उल्लेखनीय है कि गंगरेल बांध में स्थानीय लोगों की उपेक्षा कर गलत तरीके से मोटर बोट और एडवेंचर संचालन के लिए टेंडर जारी किया गया है। इससे गंगरेल और मरादेव के करीब सौ लोगों का रोजगार छीन गया। भ्रष्टाचार के इस मुद्दे को लेकर चौथी बार आप कार्यकर्ताओं ने 5 किमी की पदयात्रा कर कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने मुख्य दरवाजा को बंद कर दिया।
इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। करीब आधे घंटे तक वे भ्रष्टाचार में लिप्त तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करते रहे, लेकिन उनका ज्ञापन लेने कलक्टर बाहर नहीं आए। थोड़ी देर बाद अपर कलक्टर केआर ओगरे अपने चेम्बर से उठकर बाहर आए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपने से इनकार कर दिया। इस बीच आप नेताओं ने जिला प्रशासन की हठधर्मिता को लेकर विरोध स्वरूप श्रद्धांजलि सभा भी कर दिया।
आप नेता शत्रुघन साहू ने आरोप लगाया कि अहमदाबाद की एक कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए सिंचाई विभाग ने गंगरेल बांध में बोट संचालन की अनुमति दे दी है। इसके अलावा मानव वन का संचालन भी अनाधिकृत रूप से किया जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों का रोजगार छीन गया। प्रदर्शनकारियों में सतवंत महिलांगे, कोमल साहू, खूबलाल, सेवन ठाकुर, निर्मला मेश्राम, धीरेन्द्र सिंह, अतीश वर्मा, विनोद साहू, संध्या नागवंशी, युवराज गोस्वामी आदि शामिल थे।