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खातेधारकों ने मांगा पैसा तो कह दिया अभी पैसा नहीं दे सकते, दूसरी स्कीम में एफडी करा लो

locationदेवासPublished: Jan 16, 2019 10:57:21 am

– सहारा के हजारों खातेधारकों के अटके करोड़ों रुपए

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देवास. सहारा इंडिया बैंक में देवास शहर व जिले के हजारों उपभोक्ताओं के करोड़ों रुपए अटक गए हैं। खातेधारक पालिसियों की अवधि परिपक्व(पूर्ण) होने के बाद भी पैसों का भुगतान नहीं किया जा रहा हैं। शहर के अंदर सहारा बैंक की मुख्य शाखा कॉलोनी बाग में हैं। इसी के साथ ही तीन फें्रचाइजी भी शहर के अंदर चल रही हैं। खाताधारकों को जहां उनकी एफडी की अवधि पूर्ण होने के बाद भी पैसा नहीं दिया जा रहा, वहीं नए खाते व एफडी का काम भी चल रहा हैं। जिसे लेकर भी बकायादार आपत्ति जता रहे हैं।
नाराज खातेधारकों ने कुछ दिनों पूर्व एसपी अनुराग शर्मा से भी लिखित शिकायत कर संबंधितों पर कार्रवाई के लिए आवेदन दिया था। एसपी के निर्देश के बाद मामले की जांच सीएसपी विजयशंकर द्विेदी कर रहे हैं। बुजुर्ग महिला लक्ष्मी पति स्व. शिवलदास परियान ने बताया कि सहारा बैंक दरा उनकी 13 लाख 42 हजार रुपए की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा हैं। जब भी बैंक में संपर्क करते हैं तो कहते है कि अभी राशि का भुगतान नहीं होगा। जबकि मेरी एफडी परिपक्व हो चुकी हैं। ऐसा ही हाल अन्य खातेधारकों का हैं। सभी अपने पैसे के लिए बैंक के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें रूकने के लिए कहा जा रहा हैं।
वहीं सीएसपी विजयशंकर द्विेदी ने बताया कि शिकायत पुलिस के पास पहुंची हैं, मामले में अभी सभी के कथन लिए जाएंगे। कथन पूरे होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं बैंकिंग प्रणाली के जानकार दिलीप तापकीर ने बताया कि एफडी की मियाद पूरी होने के बाद पैसे पर ग्राहक का हक बनता हैं। उसे पैसा हर हाल में मिलना चाहिए। अगर नहीं मिलता तो संबंधित बैेंक की संपत्ति को बेचकर शासन, प्रशासन ये पैसा बकायादारों को दिलाए। खातेधारक अशोक वर्मा, दिनेश वर्मा, बाबूलाल मालाकार, मनोज, अमृता छाबडिय़ा, भारती पिंजवानी, प्रिती मगलानी, नेहा, संगीता, राजकुमार ठाकरे, राधेश्याम आदि का कहना है कि हमने सहारा बैंक में एफडी कराई लेकिन आज मियाद पूरी होने के बाद भी हमें पैसा नहीं दिया जा रहा हैं। बैंक दरा हमें दो तीन वर्षों की जबरन एफडी फिर से कराई जा रही हैं।
जमीन की बिक्री पर लगे रोक

सहारा के खातेधारक चाहते है कि सहारा की शहर में स्थित संपत्ति नहीं बिक पाए। सहारा की भोपाल रोड पर बामन खेड़ा के पास करीब 200 बीघा जमीन हैं। सहारा के खातेधारक पवन दरबार, भोजराज पेशवानी ने बताया कि अगर जमीन बिक गई तो फिर बकायादारों का पैसा कैसे लौटेगा? जिला प्रशासन इस जमीन को अपने कब्जे में लेकर बकायादारों का पैसा लौटा सकता हैं।
बैंक से जुड़े एजेंटे व अन्य स्टाफ को बुलाया था, उन्होंने बताया कि पैसा हमने बैंक में जमा करा दिया हैं। सहारा बैंक से जुड़े खातेधारकों के अभी बयान व कथन हो रहे हैं। ये होने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।
विजयशंकर द्विेदी
सीएसपी देवास।
जिनकी एफडी परिपक्व हो चुकी हैं उनके भुगतान में कुछ समय लग रहा हैं। बकायादार 18 माह के लिए एफडी कर दें। 2020 तक 9 प्रतिशत ब्याज से राशि मिलेगी। अभी पैसा नहीं मिल पाएगा। बारकोड के कारण समस्या आ रही हैं।
रविंद्रसिंह रीजनल मैनेजर।
सहारा इंडिया बैंक।
एक्सपर्ट व्यू
किसी भी बैंक को जिस दिन कस्मटर पैसा मांगे उस दिन देना हैं। कस्टमर को बैंक लिखकर देती हैं, जिस दिन आप मांगेंगे पैसा उस दिन की ब्याज की गणना के साथ दिया जाएगा। पैसा तो हर हाल में देना ही होगा। सरकार किसी भी बैंक को अपने पजेशन में लेकर बकायादारों की राशि का भुगतान कर सकती हैं। अगर ग्राहक किसी बैंक से लोन लेकर नहीं चुकाए तो बैंक के पास उसकी संपत्ति बेचकर वसूली का अधिकार रहता हैं। ठीक यही नियम बैंक के ऊपर भी लागू होता हैं। वो अगर बकाया नहीं चुका रही तो अपनी संपत्ति बेचकर बकाया का भुगतान करें। बैंक ऐसा नहीं करती तो शासन. प्रशासन हस्तक्षेप कर सकता हैं।
दिलीप तापकीर,
रिटायर्ड बैंक अधिकारी।
एक्सपर्ट व्यू
दो साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने सहारा को निर्देश दिए थे कि जब तक पुराने बकायादारों का भुगतान न हो जाए, तब तक काम को बंद रखे, लेकिन ये अब भी नई एफडी व खाते खोल रहे हैं। इनका काम कोर्ट बंद कर चुका हैं। जिनकी एफडीयां परिपक्व हो चुकी हैं उन्हें अब कहा जा रहा है कि अभी पैसा नहीं दे सकते। कानून के अनुसार 420 का केस बनता हैं। इनके खिलाफ 420, 469,468 में प्रकरण दर्ज होना चाहिए। जिला प्रशासन को बकायदारों का पैसा हस्तक्षेप कर दिलाना चाहिए।
एआर शेख, वरिष्ठ वकील।

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