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लाखों का स्प्रिट रखने वाला कैसे लगा आबकारी अमले के हत्थे

सोश्यल मीडिया पर भाजपा नेताओं के साथ छाया रहने वाला शराब तस्कर आखिर हुआ गिरफ्तार

देवासSep 20, 2018 / 10:20 am

amit mandloi

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देवास.
भौरांसा क्षेत्र में नेताओं के संरक्षण में लंबे अरसे से स्प्रिट से जहरीली शराब बनाई जा रही थी। जिसे पोटली के नाम से जाना जाता था। इसकी सप्लाय भौरांसा के आसपास क्षेत्र में खुलेआम की जाती थी।
इसी बीच आबकारी आयुक्त संजीव दुबे को सूचना मिली थी। उन्होंने दल को भौरांसा में गुडडा जायसवाल के मकान पर छापा मारा था। ये मकान भौरांसा के बीच स्थित था और इस मकान में खुलेआम स्प्रिट मिलाकर अवैध शराब बनाई जाती थी। दल को पुख्ता सूचना मिली थी।पूरा घर छानने के बाद भी एक बूंद शराब नहीं मिली थी। दल की निगाह एक आलमारी पर पड़ी थी, जिसे खोला तो एक सुरंग मिली और सुरंग नीचे तहखाने में लगभग १५६० बल्क लीटर स्प्रिट जब्त किया था। इस मकान में गौरखधंधा चलाने वाला गुडडा जायसवाल भाग गया था।
मंदिर के पास घूम रहा था और पकड़ा गया
दीपक उर्फ गुडडा जायसवाल 27 जून से ही फरार चल रहा था। जिसकी तलाश में आबकारी लगी हुई थी। वहीं गुडडा ने क्षेत्र में ये भ्रम फैला रखा था कि पहले भी कार्रवाई हुई थी तो वह बच निकला था, लेकिन इस बार नए अधिकारी की सक्रियता से गुडडा हाथ लग गया। 19 सितंबर को उपनिरीक्षक शालिनीसिंह एवं उनकी टीम को सूचना मिली थी कि गुडडा जायसवाल मंदिर के पास देखा गया है। दल ने तुरंत वहां दबिश दी और उसे पकड लिया। कार्यवाही में आरक्षक गोविंद बड़ावडिय़ा एवं दीपक टटवाड़े सम्मिलित थे।
सोश्यल मीडिया पर नेताओं के साथ नजर आता है गुडडा

दरअसल गुडडा का क्षेत्र में रसूख काफी था। उसके डर के चलते कोई आबकारी को सूचना नहीं देता था। वहीं सोश्यल मीडिया पर उसने आम और अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए विधायक, भाजपा के आला नेताओं के साथ फोटो डाल रखे थे। जिसके डर के कारण कोई अधिकारी गुडडा पर हाथ नहीं डाल पा रहा था।
ये था मामला

सहायक आबकारी आयुक्त संजीव कुमार दुबे को भौरांसा में स्प्रिट से शराब बनाने के अवैध कारखाने की सूचना मिली थी। जिस पर उन्होंने शालिनी सिंह को सूचना दी थी। भौरांसा स्थित गुड्डा जायसवाल की दुकान पर पहुंची । दल को देखकर गुडडा जायसवाल व उसके अन्य साथी महेश जायसवाल, जमुनालाल लोधी, रोहित जायसवाल एवं अन्य दो अज्ञात व्यक्ति भाग गए थे। मकान के अंदर बने तहखाने में 52 केन बरामद किए। इन कैनों में 1500 लीटर स्प्रिट मिला था, जिसकी कीमत 50 लाख रुपए आंकी गई थी।

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