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मनपा का इंजीनियर गिरफ्तार

locationसूरतPublished: Apr 07, 2018 09:08:29 pm

मनपा की टैंडरिंग प्रकिया में सामने आया भ्रष्टाचार, तीन इंजीनियरों के खिलाफ एसीबी ने मामले दर्ज कर शुरू की कार्रवाई

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सूरत. सूरत महानगर पालिका के विकास कार्यों के आउट सोर्सिंग के लिए की जाने वाली टैंडरिंग प्रक्रिया में अधिकारों का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शनिवार को तीन मामले दर्ज किए हैं। इनमें एक इंजीनियर तीनों मामलों में आरोपी है, जबकि एक मामले में उसके साथ दो और इंजीनियर लिप्त हैं। ब्यूरोकर्मियों ने एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों मनपा के कार्यपालक इंजीनियर अडाजण महावीर रो हाउस निवासी मानसिंह चौधरी, डिप्टी इंजीनियर कृष्णा रो हाउस अडाजण निवासी नीलेश कुमार रामावत व सहायक इंजीनियर जहांगीरपुरा अंजनी एन्कलेव निवासी नीलेश पटेल के खिलाफ सत्ता का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने के संदर्भ में शिकायतें मिली थी। ब्यूरो के अधिकारियों ने शिकायतों की प्राथमिक पड़ताल कर तीन मामले दर्ज किए हैं। इनमें तीनों इंजीनियरों ने जिलानी ब्रिज पर स्ट्रीट लाइट के टैंडर में धांधली की। इसमें दावेदार कृष्णा एजेन्सी ने बिड के लिए जरूरी सभी दस्तावेज ऑनलाइन उपलब्ध करवाए जाने के बावजूद गलत रिपोर्टिंग की। इस वजह से अंकलेश्वर की धारा इलेक्ट्रिकल का टैंडर 95 लाख, 42 हजार, 510 रुपए में मंजूर हुआ।
दूसरे मामले में कार्यपालक इंजीनियर मानसिंह चौधरी ने यूनिट रेट कार्य के टैंडर में गड़बड़ी कर मनपा को 33 लाख, 3 हजार, 870 रुपए का नुकसान पहुंचाया। इसकी उगाही मनपा द्वारा ठेकेदार कंपनी से की जा रही है। बिड में सीआर शीट वाले पोल के उपयोग की जानकारी होने के बावजूद भगवान महावीर कॉलेज से वडोद तथा अठवा फ्लाईओवर लाइटपोल के रिनोवेशन कार्य में इसका उल्लेख नहीं किया। इसके लिए सक्षम अधिकारी की मंजूरी भी नहीं ली गई। कार्य गलत तरीके से चलने के बावजूद इसे जारी रखा।
तीसरे मामले में मानसंग चौधरी ने कतारगाम जोन में लाइट मरम्मत एवं रखरखाव के लिए जारी किए गए टैंडर में भी गड़बड़ी की। इसके लिए रामदादा इलेक्ट्रिक वक्र्स, कृष्णा एजेन्सी, एवरेस्ट मल्टीटेक एवं नमन इंटरप्राइज ने टैंडर भरे थे। नमन व रामदादा पर धोखाधड़ी का मामला होने के कारण इन पर 24 महीने तक प्रतिबंध का प्रस्ताव पारित किया गया था। इनके बाद कृष्णा एजेन्सी की बिड सैंकड लोएस्ट थी। यह टैंडर उसे मिलना चाहिए था, लेकिन चौधरी ने अपने अधिकार का दुरुपयोग कर इसका उल्लेख नहीं किया। फिर टैंडरिंग प्रक्रिया हुई और टैंडर एरो वल्र्ड इंजीनियरिंग को मिला। इसकी वजह से कृष्णा एजेन्सी को ३० लाख रुपए का नुकसान हुआ और एरो वल्र्ड को फायदा हुआ।
तीनों मामलों को लेकर लिखित शिकायतें मिलने पर पड़ताल शुरू की गई तथा आरोपों में तथ्य पाए जाने पर शनिवार को मामला दर्ज किया गया। शाम को ब्यूरो कर्मियों ने सहायक इंजीनियर नीलेश पटेल को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है तथा अन्य दो आरोपियों को गिरफ्त में लेने की कवायद शुरू की है।
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