सहायक अभियंता ने बताया कि समेजा, नौ एलपीएम, तीन केएसडी, दस केएसडी, पांच केएसडी, सात केएसडी सहित करीब एक दर्जन गांवों में बिजली चोरी की शिकायतों का सत्यापन होने पर कार्रवाई की गई। चक चार एलपीएम में सुखमिन्द्रसिंह व बलजिन्द्रसिंह के घरों पर चोरी की बिजली से एसी चलते हुए पाए गए। जबकि पानी की मोटरें, फ्रीज, कू लर व टीवी लगभग हर जगह चलते पाए गए। टीम ने करीब दस जगहों पर दबिश दी। दस जगहों पर छापेमारी कर बिजली चोरी के आरोप में उपभोक्ताओं पर दो लाख रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया गया जिसमें मौके पर ही 47 हजार रुपए का जुर्माना भरवा लिया गया।
घरों में लगे थे मीटर, फिर भी चोरी निगम की टीम के अनुसार बिजली चोरी के आरोपित उपभोक्ताओं के घरों में विद्युत मीटर लगे हुए थे जिनका बिल नाम मात्र का ही आ रहा था जबकि विद्युत उपभोग अधिक था। विद्युत मीटर के माध्यम से विद्युत उपभोग कम बल्कि चोरी की बिजली का उपभोग अधिक किया जा रहा था। बिजली चोरी करने के तरीके भी अलग अलग थे। किसी ने मीटर से पहले सर्विस तार में कट लगाया हुआ था तो किसी ने विद्युत पोल पर डाली हुई तारों में ही कट लगाकर चोरी शुरू कर दी।