पिछले आठ साल में नगर निगम क्षेत्र के कुआंभटठ स्लम बस्ती को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए कई बार कवायद की जा चुकी है। पहले नगर निगम इसे अपने फंड से बस्तीवासियों के लिए मकान बनाने की तैयारी की गई थी। लेकिन बाद में फंड को लेकर दिक्कत आने पर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
इसके बाद राजीव आवास योजना के आते ही काफी जोर-शोर से इसकी तैयारी की गई थी। सभी घरों में दस्तक देकर ऐसे हितग्राहियों की सूची भी बनाई गई थी। इनसे सहमति लेने के बाद निगम ने लागत तय कर टेंडर भी कर दिया था। इसी बीच केन्द्र सरकार ने इस योजना का नाम बदलकर पीएम आवास योजना कर दिया। राजीव आवास योजना के पूरी स्कीम को बदल दी गई। इसके बाद फिर से कुआंभ_ा बस्ती में सबको आवास योजना के लिए तैयारी की गई। सर्वे कराया गया। अब फिर से इसका टेंडर किया गया है। कुल साढ़े नौ करोड़ रूपए इसकी लागत आएगी। जी प्लस थ्री पैटर्न पर 161 मकान बनेंगे।
चार और कॉलोनियों में 481 मकान बनेंगे – इधर बिल्डरों द्वारा ईडब्लूएस श्रेणी के लिए छोड़ी गई जमीन पर भी बहुत जल्द कॉलोनी तैयार होनी वाली है। कोरबा शहर में दो जगह और दर्री लाटा में एक कॉलोनी के लिए प्रस्ताव तैयार है। पूर्व में टेंडर जारी कर दिया गया था। बाद में इसे निरस्त करते हुए इसके निर्माण पद्धति को बदल दिया गया। टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। बारिश के बाद सम्भवत: निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिस जमीन पर बिल्डिंग बनाई जानी है वहां की मिटट्ी उतना भार उठा सकती है कि नहीं इसकी सैंपलिंग कराई जाती है। यहां पर कुल ४८१ मकानों का निर्माण होगा।
बिल्डर बनाएंगे पीपीपी मोड पर- इस आवास का निर्माण पीपीपी मोड पर किसी बिल्डर श्रेणी के ठेेकेदार को दिया जाएगा। जिले में अब तक पीपीपी मोड पर कोई भी प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सका है। कई योजनाएं लाई गई लेकिन शुरू नहीं हो सकी। अब हाउसिंग फॉर ऑल स्कीम के तहत ठेकेदार पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशीप में रूचि लेते हैं कि नहीं आने वाले दिनों में स्पष्ट हो सकेगा।
-हाउसिंग फॉर ऑल स्कीम के तहत कुआंभटट में मकानों के निर्माण के लिए पीपीपी मोड पर टेंडर जारी किया गया है। अन्य प्रस्तावित जगहों पर भी काम होना है। 481 मकानों के प्रस्तावित जगहों की मिटट्ी की टेस्ट कराई जानी है- ग्यास अहमद, कार्यपालन अभियंता निगम, कोरबा