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ट्रेवल

प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने यहां देश-विदेश आते हैं सैलानी, आप भी बनाइए ट्रिप

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6 years ago
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Gods Own Country अर्थात् ईश्वर का अपना घर नाम से प्रसिद्घ केरल हमेशा से ही अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय है। केरल पर्यटकों के लिए कर्इ देखने लायक जगह हैं। केरल में मून्नार, नेल्लियांपति, पोन्मुटि आदि पर्वतीय क्षेत्र, कोवलम, वर्कला, चेरायि आदि से असंख्य पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। अाइए जानते है केरल की खूबसूरत जगहों के बारे में ...

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कप्पड़-इसी स्थान पर 1498 ई. में वास्को द गामा आया था। ऐतिहासिक दंत कथाएं और रीति-रिवाज से भरा है यह स्थान। कप्पड़ आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र सुविधाओं के लिए भी प्रसिद्ध है।

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बेकल-केरल का एक अन्य समुद्री तट है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है, जहां बेकल का क़िला लंबे सुंदर नारियल के पेड़ों से घिरे दो द्वीपों के बीच में है। केरल में यह सबसे बड़ा व संरक्षित क़िला है। यह क़िला विभिन्न ताकतों जैसे विजयनगर साम्राज्य, टीपू सुल्तान तथा अंग्रेज़ी हुकूमत की कहानी कहता है। यह कोझीकोड से 160 किलोमीटर दूर है।

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पूवर आइसलैंड-यह भी केरल की सुंदर जगहों में से एक है, यहाँ झील, नदी, समुद्र सबकी सुन्दरता देखने को मिलती है। यहाँ भी क्रुज के द्वारा आप प्रकति में विचरण कर सकते है। समुद्र तट पर गोल्डन रेत बीच को सुंदर बना देती है, बेकवाटर में क्रूज का मजा लेना बहुत सुहावना होता है. ऐसा लगता है, प्रकति ये यहाँ कोई जादू कर दिया है। यहाँ पर भी झील में बोटहाउस कॉटेज का मजा लिया जा सकता है, साथ ही झील के किनारे भी कॉटेज बने हुए रहते है, जिसमें भी आप रुक कर प्रकति के मजे ले सकते है।

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मुन्नार-दक्षिण भारत के केरल का सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन मुन्नार है। मुन्नार में तीन नदियाँ कुण्डले, मुद्रपुज्हा एवं नाल्लाथान्नी का मिलन होता है. यह पश्चिमी घाट पर 1524 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ 80 हजार मील के क्षेत्र में हरी चाय के बागान है, जो ऊँची पहाड़ी के ढाल में स्थित है। आप इन बागानों को देख बहुत अच्छा महसूस करेंगें. हरे भरे परिदृश्य, झरने, झील, जंगल और चाय बागान इस जगह को पृथ्वी पर एक स्वर्ग बनाते हैं. यहाँ आप पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसे एडवेंचर का भी मजा ले सकते है।

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पीरमेड-केरल का यह सुंदर पर्वतीय स्थल समुद्री तल से 915 मीटर की ऊंचाई पर है। पेरियार वन्यप्राणी उद्यान के रास्ते में पड़ता है। किसी समय में ट्रावनकोर के महाराजाओं का ग्रीष्मकालीन आवास गृह हुआ करता था। सड़क किनारे यहाँ चाय, कॉफी, इलायची, रबर व यूक्लिप्टस के बागान और साथ में प्राकृतिक घास के मैदान व घने जंगल मिलते हैं। यह स्थान कोट्टयम से 75 कि.मी. दूर है।

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विथीरी-यह पर्वतीय स्थल केरल के उत्तर-पूर्वी भाग में समुद्र तल से 1300 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। विथीरी कॉफी, चाय, इलायची, काली मिर्च व रबर के लिए प्रसिद्ध है। कोहरे से ढकी पहाडि़यां तथा विस्मयकारी दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। कोझीकोड से 100 कि.मी. दूर है।

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पोनमुडी-समुद्र स्तर से 915 मीटर ऊंचाई पर स्थित पोनमुडी एक संकीर्ण, घुमावदार रास्तों वाला पर्वतीय स्थल है। सुंदर पहाड़ी फूलों, विलक्षण तितलियों, छोटी-छोटी नदियों तथा झरनों के लिए प्रसिद्ध यह स्थान ट्रेकिंग के लिए भी प्रसिद्ध है। यह स्थल तिरुवनंतपुरम से 61 कि.मी. की दूरी पर है।

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केरल जाने का सबसे अच्छा समय सितम्बर से मार्च होता है, ये पीक सीजन होता है, इस समय यहाँ बहुत भीड़ होती है। इसके बाद अप्रैल से मई ऑफ सीजन होता है, लेकिन फिर लोग यहाँ जाते है, क्यूंकि देश में बहुत गर्मी पड़ती है, लेकिन यहाँ बहुत अधिक गर्मी नहीं होती है। जून से अगस्त मानसून सीजन होता है, बहुत से लोग मानसून का मजा लेने यहाँ जाते है।

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