शौचालय होता तो बच सकती थी सास-बहू की जान, सुबह निकलीं थी ट्रेन की चपेट में आ गई
देवरियाPublished: Nov 01, 2018 12:13:22 pm
आेडीएफ घोषित शहरों-गांवों का सच
NWR will add extra coach in train
देश में स्वच्छता अभियान जोरों पर है। गांव-गांव शौचालय बनवाए जा रहे हैं, शहर से लेकर गांव तक ओडीएफ प्रमाण पत्रों का वितरण हो रहा लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल जुदा है। बुधवार की सुबह ट्रेन से कटने से दो महिलाओं की मौत हो गई। दोनों रिश्ते में सास-बहू थीं। सुबह-सवेरे नित्यकृत्या के लिए निकली थीं। घटना देवरिया के भाटपाररानी क्षेत्र की है।
देवरिया जिले के भाटपाररानी के वार्ड नंबर सात के रहने वाले शहजीद सब्जी बेचने का काम करते हैं। शहजीद का बहुत बड़ा कुनबा है। शौचालय के अभाव में महिलाओं को बाहर निकलना पड़ता है। बुधवार की सुबह शहजीद की पत्नी आमीना (65 वर्ष) अपनी भतीज पतोहू कमरजहां के साथ बाहर निकली थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वे दोनों भाटपाररानी रेलवे स्टेशन के पूरब तरफ माॅल गोदाम के पास रेलवे ट्रैक की ओर गए थे। सुबह-सवेरे दोनों महिलाओं को अंदाजा नहीं हुआ और ट्रैक पर ही वे ट्रेन की चपेट में आ गईं। लोगों के अनुसार दोनों ट्रैक पर ट्रेनों के आने जाने से उनको भागने का भी मौका नहीं मिला। सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया।