इसमें स्थानीय निवासी अव्वल सिंह का मकान मलबे में दब गया। घर में सो रही उसकी पत्नी रूपा देवी ( 30) व उसकी नौ माह की बेटी की दबकर मौत हो गई। इसके अलावा चमोली जनपद के आली गांव में हुए भूस्खलन ( Land Sliding ) से नेनू राम का मकान दब गया। इसके चलते उसकी बेटी नेनू राम की बेटी नारति ( 21) की मौत हो गई। वहीं भारी बारिश के कारण लाखी गांव में अंजली (06) पुत्री संकरलाल, आरती (6) पुत्री संकरलाल व अजय पुत्र सुरेंद्र लाल ( 24) की मृत्यु हो गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार राज्य भर में अतिवृष्टि शुरु हो गई है। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक मूसलाधार बारिश की जद में है।
१५ मार्ग अवरूद्ध
जानकारी के मुताबिक इलाके में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बरसाती नदियां व नाले उफान पर हैं। तीन से अधिक मकान व कई दुकानें बहने का अनुमान है। इसके अलावा पशु हानि की सूचना भी है। इसके साथ ही क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बदरीनाथ हाइवे, लामबगड़, बाजपुर, मोटर मार्ग अवरुद्घ (Road Jaam ) हैं। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थ यात्रा को जाने वाले श्रद्घालु हाइवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। चमोली जिले में भूस्खलन के चलते अब तक 15 से अधिक संपर्क मार्ग अवरुद्घ हैं।
७ जिलों में अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ( Meterological Department) के निदेशक दून विक्रम सिंह ने बताया कि मॉनसून के दौरान बारिश के दौरान 13 से 14 भारी से बहुत बारिश होने की आशंका है। इस दौरान पर्वतीय इलाकों में राज्य मैदानी इलाकों से ज्यादा बारिश की संभावना है। इस संबंध में राज्य के सभी संबंधित अधिकारियों को सचेत रहने के लिए कहा गया है।
मौसम विभाग द्वारा इस दौरान प्रदेश के अनुसार सोमवार को सात जिलों में भारी से बहुत बारिश का अलर्ट ( High Alert ) जारी किया गया है। इनमें चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ, नैनीताल, पौड़ी और देहरादून के लिए चेतावनी जारी की गई है। राज्य मौसम केंद्र ने जिला प्रशासन को जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है।