scriptउत्तराखंड: वनाग्नि रोकने को लेकर उठाए गए सभी कदम फेल, वनाग्नि का आंकड़ा एक हजार पार, इतनी वन संपदा हुई स्वाहा | uttarakhand forest fire problem solving system is fail | Patrika News

उत्तराखंड: वनाग्नि रोकने को लेकर उठाए गए सभी कदम फेल, वनाग्नि का आंकड़ा एक हजार पार, इतनी वन संपदा हुई स्वाहा

locationदेहरादूनPublished: May 24, 2019 09:21:48 pm

Submitted by:

Prateek

आग से अब तक कुल 1536 हेक्टेयर जंगल स्वाहा…
 

fire file photo

fire file photo

(देहरादून): मौजूदा फायर सीजन में आज तक राज्य के जंगलों व अन्य वन्यजीव अभ्यारण्यों में आग की कुल घटनाओं का आंकड़ा 1195 तक पहुंच गया। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक आग की कुल 1195 घटनाओं में अब तक कुल 1536.555 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक होने के साथ ही 2689768 रुपये की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। दूसरी ओर जंगलों में लगी आग पर काबू पाने में दो वनकर्मी झुलस गए। दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए अलर्ट में चेतावनी दी गई है कि 31 मई तक तापमान में मौजूदा की तुलना में तीन से चार डिग्री की बढ़ोत्तरी की संभावना है। ऐसे में जंगलों में आग और अधिक जोर पकड़ सकती है। वन आपदा प्रबंधन के आंकड़ों के मुताबिक वन क्षेत्रों में अब तक कुल 946 वनाग्नि की घटनाएं हुई हैं। जिसमें 280 घटनाएं गढ़वाल व 618 घटनाएं कु़माऊं क्षेत्र में हुई हैं।


इसके अलावा वन्यजीव अभ्यारण्यों में अब तक कुल 51 घटनाएं हुई हैं। वन्यजीव अभ्यारण्यों में लगी आग में छह वन्यजीवों की मौत भी हो चुकी है, जबकि जंगलों में लगी आग को बुझाने में अब तक आठ वनकर्मी झुलसकर घायल हो चुके हैं। जिसमें सबसे अधिक पांच वनकर्मी कुमाऊं क्षेत्र के शामिल हैं। वन आपदा प्रबंधन के आंकड़ों के मुताबिक सिविल सोयम व वन पंचायत क्षेत्रों में अब तक आग की कुल 246 घटनाएं हुई हैं। जहां तक वन संपदाओं के नुकसान का सवाल है तो अब तक 1536.555 हेक्टेयर वन संपदा को नुकसान पहुंचा हैं।

 

वन आपदा प्रबंधन के आंकड़ों पर नजर डाले तो आग ने सबसे अधिक तबाही नैनीताल में मचायी है जहां कुल 260 घटनाओं में 238.16 हेक्टेयर वन संपदा को नुकसान हुआ है। दूसरे नंबर पर अल्मोड़ा में 165 व देहरादून में 131 घटनाएं हुई हैं। वन मंत्री हरक सिंह रावत कहते हैं कि वनाग्नि रोकने के हर संभव उपाय किए जा रहे हैं, मगर हमारी भी सीमाएं हैं।


31 मई तक रहे अलर्ट, धधकेंगे जंगल

मौसम विभाग के विज्ञानियों के मुताबिक आगामी 31 मई तक राज्य के पर्वतीय इलाकों में तापमान में तीन से चार डिग्री व मैदानी इलाकों में चार से छह डिग्री की बढ़ोत्तरी हो सकती है। ऐसे में जंगलों में आग की घटनाएं बढ़ सकती है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो