हालांकि राजेश पायलट राजकीय महाविद्यालय प्राचार्य को नोडल अधिकारी अधिकृत कर दिया है और चालू सत्र में ही महाविद्यालय का संचालन किए जाने के लिए राजकीय बालिका उ”ा माध्यमिक विद्यालय की द्वितीय मंजिल का भवन चिह्नित कर लिया गया है। अब कॉलेज प्रशासन को विषय चयन एवं प्रवेश प्रक्रिया से जुड़े निर्देश आने का इंतजार है।
New girls college in Bandikui नया सत्र चालू हुए करीब पौने दो माह बीत चुके हैं। ऐसे में यदि महाविद्यालय चालू भी हो जाए तो छात्राएं कहां से प्रवेश लेंगी। क्योंकि अधिकांश छात्राएं पहले ही महाविद्यालयों में प्रवेश ले चुकी हैं। कॉलेज प्रशासन का तर्क है कि जिन छात्राओं के अंक कम होने से प्रवेश से वंचित रह गई और स्वयंपाठी बनकर पढ़ाई कर रही हैं ऐसी छात्राओं को आसानी से स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश मिल सकेगा।
यदि राजेश पायलट राजकीय महाविद्यालय के आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 29 सौ छात्र संख्या में से करीब 16 सौ छात्राएं अध्ययनरत हैं। जबकि स्ववित्तपोषी योजना के तहत संचालित महिला महाविद्यालय में करीब साढ़े छह सौ छात्राएं अध्ययनरत हैं। जो कि निर्धारित सीट होने के कारण भर चुकी हैं। ऐसे में कन्या महाविद्यालय यदि शीघ्र चालू होकर प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दें तो क्षेत्र की बालिकाओं को प्रवेश मिलने से कॉलेज में पढ़ाई करने का सपना पूरा हो सकेगा।
मांगा है मार्गदर्शन
राÓय सरकार ने करीब 54 कॉलेज खोले जाने की घोषणा की है। कॉलेज आयुक्त की ओर से भवन चिह्नित किए जाने के निर्देश मिलने पर राजकीय बालिका उमावि की द्वितीय मंजिल वाला भवन चिह्नित कर लिया है। विषय चयन एवं प्रवेश प्रक्रिया से जुड़े निर्देश मिलने पर महाविद्यालय का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। नोडल अधिकारी फिलहाल प्राचार्य को ही बनाया गया है। इसके बाद भूमि आवंटन से जुड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-प्रो.अशोक सांमरिया, प्राचार्य राजेश पायलट राजकीय महाविद्यालय बांदीकुई
चालू सत्र में शुरू कराने के लिए हैं प्रयासरत
क्षेत्र के लोगों की लम्बे समय से कन्या महाविद्यालय खोले जाने की मांग पूरी हो गई है। अब इस महाविद्यालय को चालू सत्र में शुरू कराए जाने के लिए प्रयासरत हैं। इससे क्षेत्र की बालिकाओं को उ”ा शिक्षा की समुचित सुविधा मुहैया हो सकेग। जो छात्राएं प्रवेश से वंचित रह गई उन बालिकाओं को बाहर नहीं जाना पड़े और स्थानीय स्तर पर ही कॉलेज में पढऩे का सपना पूरा हो सके।
-गजराज खटाना, विधायक बांदीकुई