सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार की ओर से बस अड्डा प्राधिकरण योजना के तहत गत वर्ष 13 दिसम्बर 2015 से लोक परिवहन सेवा शुरू कर इन बसों का विभिन्न मार्गों के लिए परमिट जारी किया गया। इसके बाद घाटे से जूझ रही रोडवेज के यात्री भार एवं आय में अधिक कमी आ गई। इससे जयपुर-गंगापुर वाया लालसोट मार्ग पर 2.88 रुपए, जयपुर-गगांपुर वाया कोथून मार्ग पर 6.86 रुपए, जयपुर-दौसा मार्ग पर 1.23 रुपए, जयपुर-बयाना एवं दौसा-बयाना मार्ग पर 64 पैसे प्रति किलोमीटर आय में कमी हो गई है।
इन मार्गों पर रोजाना करीब 28 हजार 993 किलोमीटर बस संचालन से प्रतिदिन 55 हजार 873 रुपए की राजस्व आय में कमी आने से दौसा आगार की मुश्किलें बढ़ गई है। इससे आगार को प्रतिमाह 16 लाख 76 हजार 185 रुपए की कम आय हो रही है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि रोडवेज के बढ़ते घाटे से मध्यप्रदेश सहित कई अन्य राज्यों की तरह प्रदेशवासियों को कहीं सरकारी सार्वजनिक परिवहन की सुविधा से वंचित नहीं होना पड़ जाए। खास बात यह है कि लोक परिवहन सेवा की आड़ में इनसे मिलते हुए रंग-रुप की अन्य बसें भी सड़कों पर दौड़ रही है।
जीप एवं अन्य वाहनों का भी अवैध संचालन
शहर के गांधी तिराहे रोडवेज बस स्टैण्ड के समीप से ही बिना टैक्सी नम्बर के अवैध रूप से जीप एवं अन्य वाहन संचालित होते हैं। इसको लेकर गत दिनों टेम्पों यूनियन वाले विरोध भी जता चुके हैं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से सरकार को राजस्व का नुकसान के साथ ही सवारियों को भी जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ती है।
शहर के गांधी तिराहे रोडवेज बस स्टैण्ड के समीप से ही बिना टैक्सी नम्बर के अवैध रूप से जीप एवं अन्य वाहन संचालित होते हैं। इसको लेकर गत दिनों टेम्पों यूनियन वाले विरोध भी जता चुके हैं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से सरकार को राजस्व का नुकसान के साथ ही सवारियों को भी जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ती है।
विरोध के कारण स्टैण्डों पर नहीं आई बस
योजना के तहत इन बसों को राजस्थान लोक परिवहन सेवा के नाम से रोडवेज बस स्टैण्डों से ही संचालित किया जाना था। इन बसों की समय सारिणी बनाकर टिकट बुकिंग भी स्टैण्डों पर ही करने की योजना थी, लेकिन रोडवेज कर्मचारियों द्वारा विरोध जताने पर ये बसें बस स्टैण्ड से संचालित नहीं हो सकी। ऐसे में संचालक फिलहाल स्टैण्डों के बाहर से ही सवारियां भरकर ले जाते हैं।
हो रहा आर्थिक नुकसान
लोक परिवहन सेवा के तहत निजी बसों के संचालन से आगार को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में रोडवेज की ओर से इन मार्गों पर अधिक सक्रिय होकर आय बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
कैलाशचन्द मीना, मुख्य प्रबंधक, दौसा आगार
लोक परिवहन सेवा संचालित होने वाले मार्गों पर रोडवेज की स्थिति
प्रतिदिन रोडवेज बसों का संचालन – 28 हजार 993 किमी
प्रतिमाह आय में कमी – 16 लाख 76 हजार रुपए
लोक परिवहन सेवा वाले मार्गों पर आय में कमी का विवरण
मार्ग प्रतिदिन किमी आय पहले वर्तमान में आय राजस्व में कमी
जयपुर-गंगापुर वाया लालसोट 3606 31.38 28.50 10385 रुपए
जयपुर-गंगापुर वाया कोथून 2920 35.30 28.44 20031 रुपए
जयपुर-दौसा 18700 11.12 9.89 23046 रुपए
दौसा-बयाना व जयपुर-बयाना 3767 27.59 26.95 2410 रुपए
आय प्रतिदिन प्रति किलोमीटर में है।