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बसवा में बाजार रहे बंद

locationदौसाPublished: Jul 17, 2019 03:44:13 pm

Submitted by:

Rajendra Jain

-पंचायत समिति बनाए जाने की मांग, धरना देकर किया विरोध प्रदर्शन

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बसवा में बाजार रहे बंद

दौसा. बसवा को पंचायत पुनर्गठन के तहत पंचायत समिति बनाए जाने की मांग तूल पकड़ती जा रही है। इसको लेकर बुधवार को बसवा कस्बे का बाजार पूरी तरह बंद रहा, वहीं ग्रामीण वाहनों में सवार होकर उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बांदीकुई पहुंचे।
जहां सांकेतिक धरना देकर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी पिंकी मीणा को ज्ञापन सौंपा। संयोजक रमाकांत मिश्रा ने कहा कि बांदीकुई उपखण्ड क्षेत्र में वर्तमान में 46 ग्राम पंचायतें हैं। जबकि पंचायत पुनर्गठन के तहत 62 ग्राम पंचायतें बनाया जाना प्रस्तावित हैं। जहां 40 से अधिक ग्राम पंचायत होने पर एक अतिरिक्त नवसृजित पंचायत समिति बनाई जाएगी।
ऐसे में बसवा ग्राम पंचायत दौसा जिले की सबसे बड़ी पंचायत है। इस पंचायत की आबादी करीब 20 हजार से अधिक है। जो कि राज्य सरकार के पंचायत समिति का दर्जा दिए जाने के सभी मापदण्डों की श्रेणी में आती है। नियमानुसार तथ्यों के आधार पर बसवा बैजूपाड़ा, बडियाल कलां एवं गुढ़ाकटला से अधिक सुविधाजनक एवं मापदण्ड पूरे कर रही है। बसवा आजादी के समय से क्षेत्र का सबसे बड़ा कस्बा रहा है।
क्षेत्र की 10 से 15 नवसृजित पंचायतें बसवा के 10 से 15 किलोमीटर परिधि में आती हैं। इसके अलावा बडिय़ालकलां, बैजूपाड़ा, अलियापाड़ा, पूंदरपाड़ा एवं गोलाड़ा सहित 25 से अधिक ग्राम पंचातयों का बसवा से जुड़ाव बना हुआ है। ऐसे में बसवा को पंचायत समिति का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि बसवा की उपेक्षा की गई तो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके लिए जरुरत पड़ी तो ईंट से ईंट बजा देंगे। बाबूलाल सैनी ने कहा कि बसवा में पहले पंचायत समिति व नगरपालिका संचालित हुआ करती थी, लेकिन राजनीतिक कारणों के चलते बसवा से हटाकर पंचायत समिति बांदीकुई कर दी गई।
वहीं नगरपालिका को भी तोडकऱ ग्राम पंचायत बना दिया गया। अब क्षेत्र की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी। प्रथम चरण में अहिंसात्मक आन्दोलन कर प्रशासन को सावचेत कर रहे हैं। यदि प्रशासन ने बसवा को पंचायत समिति नहीं बनाई। तो क्षेत्र की डेढ़ दर्जन पंचायतों के लोग एकजुट होकर उग्र आन्दोलन पर उतारू होंगे। इससे पहले पंचायत समिति संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा कस्बे में पंचायत समिति बनाने की मांग को लेकर बुधवार को प्रस्तावित बसवा बंद का समर्थन व्यापारियों ने भी किया है।
व्यापारियों ने बताया कि कस्बे के साथ हर बार सौतेला व्यवहार किया गया है। बसवा प्रदेश की सबसे बडी ग्राम पंचायत है।बसवा में पहले भी पंचायत समिति व नगरपालिका रह चुकी है, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते दोनों ही बांदीकुई चली गई। कस्बे में तीन बैंक, रेलवे स्टेशन, बिजली निगम कार्यालय, डाइट, जलदाय विभाग, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पशु चिकित्सालय, पुलिस थाना मौजूद हैं। बादीकुई पंचायत समिति में वर्तमान में 46 ग्राम पंचायत है। पंचायतों का पुनर्गठन होने के बाद करीब 62 ग्राम पंचायत बनाया जाना तय है। बसवा पंचायत समिति बनाने के सारे मापदण्ड पूरे कर रहा है। व्यापारियों ने समिति के लोगो को कस्बे के पूरे बाजार बंद करने का आश्वासन दिया।

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