इधर, सोमवार को स्मारक स्थल पर महापंचायत में अधिक संख्या में भीड़ जुटाने के लिए समाज के लोगों ने गांव-गांव पहुंचकर पीले चावल बांटे। प्रशासनिक अधिकारियों ने धरना स्थल पर नजर बनाए रखी। पांच अभ्यर्थी अभी अनशन पर बैठे हुए हैं। आरक्षण संघर्ष समिति के लोग भी दिन व रात के समय में धरना स्थल पर ही डटे हुए हैं। सिकराय एसडीएम हरिताभ आदित्य ने बताया कि गुर्जर समाज के लोगों ने अभी तक महापंचायत आयोजित करने की प्रशासनिक अनुमति नहीं ली है। सिकंदरा महापंचायत को लेकर आभानेरी के भौनाजी मंदिर में रविवार सुबह 11 बजे समाज के पंच-पटेलों की बैठक होगी।
दौसा. आरक्षण संघर्ष समिति प्रदेश कार्यसमिति अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह मित्रपुरा सहित अन्य ने सिकन्दरा महापंचायत को लेकर भांखरोटा, खेड़ली, राजाहेड़ा, जौपाड़ा, विजयपुरा, पाड़लीखुर्द, पाड़लीकलां एवं कालोता आदि करीब दो दर्जन गांवों में पीले चावल बांटकर न्योता दिया। सुमेरसिंह, मानसिंह, कमलसिंह, लक्ष्मण, बद्रीनारायण पटेल आदि मौजूद थे।
सरकार की मंशा साफ नहीं
गुर्जर नेता हिम्मतसिंह ने कहा कि सरकार की मंशा साफ नहीं है। गुर्जर समाज आंदोलन से होने वाली आमजन की परेशानियों को समझता है, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण मजबूरन आंदोलन करना पड़ता है। सरकार हर बार आंदोलन के समझौते पर खरा नहीं उतरती। उन्होंने कहा कि सरकार हमारे समझौते की मांग को मान लेती है तो समाज भी शांत रहेगा। अन्यथा आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन होगा।
शिव प्राण प्रतिष्ठा की-
धरना स्थल पर श्रीराम बैसला दीवान शेरगढ, राकेश सरपंच दाहिना, जोगेंद्र पहलवान, जयसिंह, रामदयाल सरपंच, प्रताप सिंह, जयसिंह सरपंच सिकन्दरा, इंद्रसिंह बावनपाडा, रामसिंह बावनपाडा, किशन रलावता, राधाकिशन ढिगारिया एवं अन्य पंच पटेलों की मौजूदगी में संत चालकगीरी, बाबुयोगी दर्शननाथ, फतेहसिंह आदि लोगों ने अभ्यर्थियों के साथ गुर्जर स्मारक पर शिव प्राण प्रतिष्ठा का भी आयोजन किया।