हम बात कर रहे हैं दौसा जिले के बिगास गांव का। यह गांव पहले हिंगोटिया पंचायत में आता था, लेकिन इस गांव को हिंगोटिया पंचायत से हटाकर नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत ठिकरिया के साथ जोड़ दिया गया। इसी बात को लेकर गांव के लोग नाराज हैं। उनका कहना है कि जब तक गांव को फिर से हिंगोटिया पंचायत से नहीं जोड़ा जाता, तब तक वे सभी चुनावों का बहिष्कार करते रहेंगे। प्रशासन और मतदान से जुड़े कर्मियों ने ग्रामीणों को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए बापी गांव में ‘वोट बारात’ निकाली, लेकिन इसके बावजूद बिगास गांव के लोगों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। वे अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि जबतक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी, वे मतदान नहीं करेंगे।