ग्रामीणों का कहना है कि दो-तीन दिन पहले से अज्ञात लोग क्षेत्र में रैकी कर रहे थे। मंगलवार दोपहर करीब एक दर्जन से अधिक लोग दर्जनों गायों का झुंड बनाकर एक-दूसरी गायों को रस्सी से बांध कर खेतों में होकर बाणगंगा नदी की ओर ले जा रहे थे। ऐसे में ग्रामीणों को तस्करी को लेकर आशंका थी। गांवड़ी गांव में ट््यूबवेल खोदने को लेकर मशीन लगी हुई था, जिसको लेकर कुछ ग्रामीण रात में जाग रहे थे। गांव की सुनसान जगह पर बने नाले में मिनी ट्रक की लाइट को देखकर ग्रामीणों को शक हो गया। ग्रामीण एकत्र होकर मिनी ट्रक की ओर पहुंचे तो पांचों भाग छूटे।
ग्रामीणों ने बताया कि नदी के समीप लगी करीब एक दर्जन ट््यूबवैलों में अज्ञात लोग मोटर की केबल काटकर फरार हो गए थे। जिसको लेकर ग्रामीणों में अज्ञात चोरों को लेकर भय बना हुआ था। ग्रामीण रातभर जागकर ट््यूबवेलों की रखवाली करने लगे है।
ग्रामीणों ने बताया कि मिनी ट्रक में गायों को बांधने के रस्से, काला तिरपाल, रस्सी सहित धारदार हथियार मिले हैं, जिसको लेकर ग्रामीण भयभीत हैं। उन्होंने बताया कि गो-तस्कर गांवों में घूमने वाली गायों को दिन में पकडक़र एकत्र करते हैं, उसके रात में क्षेत्र की रेकी कर मिनी ट्रक में भरकर ले जाते हैं।