कट्टा व कारतूस लिए हुए था
भांडेर थाना प्रभारी उदय भान सिंह यादव व पंडोखर थाना प्रभारी अनूप भार्गव ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी थी कि पंडोखर थाना क्षेत्र के बरका तिराहे पर को अपराधी हथियारों के साथ खड़ा है। सूचना पर एसडीओपी भांडेर राजीव चतुर्वेदी ने पंडोखर व भांडेर थाना पुलिस की संयुक्त टीम का गठन किया । टीम जब शनिवार की सुबह मौके पर पहुंची तो युवक को मय कट्टे व कारतूसों के दबोच लिया।
भांडेर थाना प्रभारी उदय भान सिंह यादव व पंडोखर थाना प्रभारी अनूप भार्गव ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी थी कि पंडोखर थाना क्षेत्र के बरका तिराहे पर को अपराधी हथियारों के साथ खड़ा है। सूचना पर एसडीओपी भांडेर राजीव चतुर्वेदी ने पंडोखर व भांडेर थाना पुलिस की संयुक्त टीम का गठन किया । टीम जब शनिवार की सुबह मौके पर पहुंची तो युवक को मय कट्टे व कारतूसों के दबोच लिया।
पूछताछ में हुई पहचान
पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम रघुवीर उर्फ रंजीत पुत्र तिज्जू प्रजापति निवासी कुआखेंड़ा थाना दुरसड़ा बताया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपने किए गए सारे कृत्य कुबूल कर लिए। इतना ही नहीं जब मामलों की सत्यापन किया गया तो पाया कि दो साल पहले उसने कोतवाली थाना क्षेत्र में एक हत्या की थी।
पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम रघुवीर उर्फ रंजीत पुत्र तिज्जू प्रजापति निवासी कुआखेंड़ा थाना दुरसड़ा बताया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपने किए गए सारे कृत्य कुबूल कर लिए। इतना ही नहीं जब मामलों की सत्यापन किया गया तो पाया कि दो साल पहले उसने कोतवाली थाना क्षेत्र में एक हत्या की थी।
पूर्व में जारी किया था वारंट, फिर इनाम
इतना ही नहीं चार साल के दौरान न्यायालयों ने उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किए थे वहीं एसपी ने विभिन्न मामलों में उसकी गिरफ्तारी पर दस हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। इस कार्यवाई में एसडीओपी चतुर्वेदी व थाना प्रभारियों के साथ-साथ एएसआई आरएस जादौन आरक्षकगण राजकुमार, महेश समेत अन्य लोगों की अहम भूमिका रही।
इतना ही नहीं चार साल के दौरान न्यायालयों ने उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किए थे वहीं एसपी ने विभिन्न मामलों में उसकी गिरफ्तारी पर दस हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। इस कार्यवाई में एसडीओपी चतुर्वेदी व थाना प्रभारियों के साथ-साथ एएसआई आरएस जादौन आरक्षकगण राजकुमार, महेश समेत अन्य लोगों की अहम भूमिका रही।
उनाव थाने में दर्ज हैं मामले
पुलिस के मुूताबिक आरोपी को चांर थानों की पुलिस को सरगर्मी से तलाश थी। इसमें कोतवाली में दो साल पहले हत्या का, सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एमपीडीपी एक्ट की धाराओं के तहत व दुरसड़ा में अवैध शराब बेचने व इसी थाने में अवैध रूप से हथियार रखने के मामले दर्ज थे। बताया जा रहा है कि उस पर उनाव समेत अन्य थानों में भी मामले दर्ज हैं।
पुलिस के मुूताबिक आरोपी को चांर थानों की पुलिस को सरगर्मी से तलाश थी। इसमें कोतवाली में दो साल पहले हत्या का, सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एमपीडीपी एक्ट की धाराओं के तहत व दुरसड़ा में अवैध शराब बेचने व इसी थाने में अवैध रूप से हथियार रखने के मामले दर्ज थे। बताया जा रहा है कि उस पर उनाव समेत अन्य थानों में भी मामले दर्ज हैं।