कमलनाथ ने कहा- सत्ता में आए तो आदिवासियों को रोजगार देंगे, भाजपा बोली- 15 महीने क्या किया
सुशांत के परिजन करेंगे मानहानि का केस…
सुशांत के भाई और भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने संजय राऊत के खिलाफ मानहानि का दावा ठोकने की तैयारी कर ली है। मामा सीएम सिंह ने बयान जारी कर कहा कि सुशांत के पिता ने कोई दूसरी शादी नहीं की थी। उन्होंने कभी ऐसा सोचा भी नहीं। जबकि संजय राऊत ने लिखा कि सुशांत के पिता ने दूसरी शादी की। इससे सुशांत पिता से नाराज़ और अलग रहते थे। पूरा परिवार इसे झूठा लांछन बताकर आहत हैं।
World Lion Day: शेर न तो जंगल का राजा हैं, न वो अकेले शिकार करता है!
संजय निरुपम ने टुच्चापन करार दिया
बिहारी मूल के कांग्रेस सांसद निरुपम ने भी इसे लेकर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि शिवसेना को टुच्चापन नहीं करना चाहिए। राउत ने ट्वीट में लिखा है, ‘सांसद ओछी बातें कर रहे हैं। हर परिवार की कुछ कहानी होती है। शिवसेना वालों की भी बहुत है। सुशांत की मौत एक संवेदनशील मामला है। शिवसेना वालों को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए न कि टुच्चापन।’ निरुपम ने पहले भी सुशांत मामले में ट्वीट कर शिवसेना के रुख पर नाराजगी जताई थी।
Sushant Death Case: रिया समेत 5 लोगों से पूछताछ में जुटी ED, CBI आज ले सकती है बयान
भाजपा—जदयू ने किया प्रतिकार
संजय राऊत के लेख पर भाजपा और जदयू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने कहा कि उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे का नार्को टेस्ट किया जाना चाहिए। प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि नार्को टेस्ट कराने से ही पता चल जाएगा कि झूठ क्यों बोला जा रहा है। आनंद ने कहा कि शिवसेना के रवैए से साफ पता चलता है कि उसके किसी निकटस्थ का इस मामले से संबंध है जिसे बचाया जा रहा है। आखिर इतने दिनों में मामले की लीपापोती की कोशिश और पटना पुलिस की जांच का विरोध तथा अब सीबीआई जांच का विरोध क्यों किया जा रहा है? जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि सीबीआई जांच से शिवसेना को डर क्यों लग रहा है। निश्चय ही शिवसेना जांच से भागकर किसी सगे को बचाने की कोशिश में जुटी है।
लोजपा ने निकाला ‘गधा’ जुलूस
लोक जन शक्ति पार्टी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पुत्र आदित्य ठाकरे और संजय राऊत के खिलाफ ‘गधा’ जुलूस निकालकर विरोध जताया। लोजपा नेता प्रेम कुमार चंद्रवंशी ने आरोप लगाया कि शिवसेना का इस मामले से सीधा संबंध है। इसलिए ही शिवसेना और रिया चक्रवर्ती जांच के खिलाफ है और विरोध किया जा रहा है।