यह मार्ग बंद तो कैसे पहुंचे उस पार
मलैया फाटक काफी हैवी ट्रैफिक वाला रेलवे फाटक माना जाता है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यहीं उठता है कि अगर यह मार्ग बंद तो कैसे पहुंचे उस पार? इसके जवाब में हम सबसे पहले रेलवे की व्यवस्था की बात कर लेते है। रेलवे ने छोटे वाहनों के लिए सिंगल लाइन फाटक एलएचएस नंबर 57 से गुजरने की सलाह दी है। जो कि मलैया फाटक से करीब १ किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलवा हैवी वाहनों के लिए सागर नाका ओव्हर ब्रिज से जाने की सलाह दी गई है। हालांकि, यहां रहने वाले लोगों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।
सबसे ज्यादा परेशानी किसे?
रेलवे फाटक के पथरिया एंड पर स्कूल, कॉलेज, मंदिर, 3 कॉलोनियां, लिंक रोड आदि है। इसके अलावा दमोह से पथरिया मुख्यमार्ग, दमोह से अन्य शहरों और सैकड़ों गावों को जोडऩे वाला यह मार्ग है। जहां जाने वाले लोगों को इन 5 दिनों तक बेजा परेशानी हो सकती है। आसपास रहने वाले लोगों को पैदल इस पार से उस पार भेजा जा सकता है, लेकिन इमरजेंसी के वक्त भी दोनों ओवर ब्रिज या एलएचएस 57 का ही सहारा लेना पड़ेगा। इसके अलावा पैदल फुटपाथ से रेलवे स्टेशन से क्रास किया जा सकता है। वाहन आदि को 5 दिनों तक रेलवे पार्किंग में रखा जा सकता है। ऐसा नहीं करने पर 50 मीटर का रास्ता 5 किलोमीटर का चक्कर लगाकर तय करना पड़ेगा।
क्या करें, क्या नहीं
-अगर आपकों कोई अत्यंत आवश्यक कार्य है तो ही इस मार्ग के वैकल्पिक मार्ग पर जाएं। सामान्य कार्य को कुछ दिनों के लिए टालने का प्रयास करें।
-फाटक की दूसरी ओर अगर 200 मीटर तक जाना चाहते है तो लंबा घेरा मत लें। या तो परिचितों से संपर्क कर दूसरी ओर वाहन बुला लें, नहीं होने पर पैदल यात्रा सबसे सही विकल्प होगा। ऐसा करने पर कम से कम 8 किलोमीटर का चक्कर बचेगा।