विदित हो कि हाल ही में शहर के कुछ इलाकों में नालों का निर्माण कार्य किया गया है। चूंकि लोगों ने अवैध कब्जा करने के दौरान नालों को भी नहीं बख्शा था। नालों के निर्माण के लिए कब्जों को हटाया जाना जरुरी था, लेकिन कब्जाधारियों से मिलीभगत कर नालों का निर्माण मकानों के भीतर से कर दिया गया और कब्जे नहीं हटाए गए। मानसून आने से पहले शहर के बड़े छोटे नाले नालियों की सफाई में अवैध कब्जा सबसे बड़ी मुसीबत बनी हुई है यह बात नपा के सफाई अधिकारियों द्वारा कही गई थी। लेकिन जब बात अवैध कब्जो को हटाने की आई तो नपा अधिकारियों ने मिलीभगत को अंजाम दे दिया। पत्रिका द्वारा शहर के मांगज वार्ड में कुछ ऐसे ही स्थानों पर फोकस किया गया। यहां देखा गया कि कुछ दिनों पहले बनी नालियों को मकानों दुकानों के भीतर से बना दिया गया है। जबकि नालियों के निर्माण से पहले अवैध कब्जाधारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए थी जो नहीं की गई। जिम्मेदारों ने कब्जाधारियों के साथ मिलीभगत कर एक नई तकनीक को दर्शा दिया और अब ऐसे कब्जों व नालियों को देखकर हर कोई हैरत में है। मामले में सीएमओ कपिल खरे का कहना है कि नालियों का निर्माण यदि गलत तरीके से किया गया है तो इसकी जांच की जाएगी। नालियों पर अवैध कब्जों को हटाया जाएगा।