विधायक ने कहा मेरे पत्र और सांसद की पहल से देवी रुक्मिणी की प्रतिमा दमोह आ सकी
दमोहPublished: Aug 24, 2019 08:37:07 pm
माता रुक्मिणी की प्रतिमा दमोह आते ही राजनीति गर्माई, विधायक राहुल सिंह ने पूर्व वित्तमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप
दमोह. शहर के रानी दमयंती संग्रहालय की शोभा बढ़ा रही ग्यारसपुर स्टोर से लाई गई प्रतिमा दमोह पहुंचने से पहले ही राजनीति की चपेट में आ गई थी और अब प्रतिमा को लेकर नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो चुका है। शनिवार को दमोह विधायक राहुल सिंह ने प्रतिमा को स्टोर से वापस दमोह लाए जाने को लेकर जहां अपने प्रयासों की सफलता बताई तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने पिछले 15 सालों तक प्रतिमा नहीं आने को लेकर पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक राहुल ने अपने निवास पर आयोजित प्रेस कांफे्रंस में कहा कि माता रुक्मिणी की प्रतिमा को एक सोची समझी साजिश के तहत रुक्मिणी मठ से चोरी कराया गया और जब प्रतिमा बरामद हुई तो उसे जानबूझकर वापस नहीं लाने दिया गया। विधायक ने कहा कि मेरा आरोप है कि पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया ने प्रतिमा को वापस लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। यहां तक ३५ साल लगातार विधायक रहने और प्रदेश में १५ सालों तक मंत्री रहने के बावजूद जयंत मलैया ने इस बात का जबाव नहीं दिया कि प्रतिमा कैसे चोरी हुई, चोरी करने वाले चोर कौन थे। सभी बातों के लिए जबावदेही उनकी बनती है।
सांसद ने की सराहनीय पहल
विधायक राहुल सिंह ने प्रतिमा वापस लाई जाने को लेकर जहां अपने प्रयासों के संंबंध में कहा कि मैंने विधायक बनने के बाद सरकार को पत्र भेजा था। वहीं सांसद प्रहलाद पटेल ने प्रतिमा को वापस लाने के लिए पहल की और अपनी रुचि दिखाई जो सराहनीय है। इसके अलावा कई संगठनों के लोगों ने भी प्रतिमा वापस लाने के लिए धरने प्रदर्शन किए थे। अब सांसद और मेरे संयुक्त प्रयास से कुंडलपुर को नेशनल लेवल तक पहुंचाने के लिए प्रयास किए जाएंगे जिससे वहां पर होटल का व्यवसाय व टैक्सी व्यवसाय को बढ़ावा मिल सके।
कहा, कांग्रेस की सरकार है अब होगा खुलासा
प्रतिमा चोरी होने को लेकर विधायक का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है अब शीघ्र ही इस बात का खुलासा होगा कि प्रतिमा को चोरी कराने वाला कौन था। चोरी में कौन कौन से अधिकारी संलिप्त थे। प्रतिमा किन चोरों ने किसके कहने पर चोरी की थी। क्योंकि जिस प्रतिमा को २५ से ३० लोग उठा पाएंगे उस प्रतिमा को दो चोर कैसे चोरी करके ले गए।
इस अनमोल प्रतिमा को भूले सभी
जिले के पथरिया अनुविभाग अंतर्गत आने वाले सीतानगर गांव में स्थित बड़ी शाला से करीब दो साल पहले भगवान श्रीराम की अनमोल प्रतिमा चोरी हुई थी। बताया गया था कि यह बेशकीमती नीलम पत्थर से निर्मित थी। प्रतिमा चोरी होने के बाद तत्कालीन एसपी तिलक सिंह द्वारा एक टीम तलाश के लिए बनाई थी लेकिन वह टीम सफलता हासिल नहीं कर सकी। प्रतिमा चोरी होने के कुछ दिन बाद राजनैतिक संगठन सामने आए लेकिन समय के साथ सभी प्रतिमा का स्मरण नहीं रख सके। चोरी हुई भगवान श्रीराम की प्रतिमा के संबंध में जब विधायक से बात की गई तो उन्होंने भी कहा कि इसकी जानकारी नहीं थी। लेकिन अब इस प्रतिमा की तलाश को लेकर क्या कार्रवाई हुई यह जानकारी लगाई जाएगी और प्रयास किए जाएंगे।