बगैर घास का मैदान। कुर्सी पर रखा पत्थर। टूटा हुआ चबूतरा। पार्क में कपड़ा सुखाती महिला। कभी नहीं खुलने वाला गेट। जमीन पर लेटे मरीजों के परिजन। कुर्सी टूटी हुई रैलिंग। विद्युत पोलों में एक भी लाइट नहीं। मिट्टी व कचरे से भरा पाथवे।
बगैर घास का मैदान। कुर्सी पर रखा पत्थर। टूटा हुआ चबूतरा। पार्क में कपड़ा सुखाती महिला। कभी नहीं खुलने वाला गेट। जमीन पर लेटे मरीजों के परिजन। कुर्सी टूटी हुई रैलिंग। विद्युत पोलों में एक भी लाइट नहीं। मिट्टी व कचरे से भरा पाथवे।