भरथरी, बेरु, मानपुर व लदवाया समेत कई गांवों में सरसों की फसल कटकर खेत में रखी है। बारिश से यह फसल भींग गई है। किसानों ने बताया कि धूप निकलने पर दाना चटक कर झड़ जाएगा। जिससे पूरा नुकसान है। इससे पहले भी दो बार बारिश से उनकी सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। यहां बता दे कि इस बार सरसों करीब 10500 हजार हेक्टेयर में हो रही है। गेहूं की करीब 45 हजार हेक्टेयर में बोवनी हुई है।
मंगलवार को तीसरे दिन भी न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहा। जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री बना रहा। लेकिन दिनभर छाए आसमान से मौसम में ठंडक बनी रही। इधर, स्टेडियम ग्राउंड के समीप अस्पताल रोड, बुजुर्ग रोड व कमलेश्वर कॉलोनी, ओवरब्रिज सर्विस लाइन रोड में जल भराव की स्थिति बनी।
1. 4 बीघा में सरसों लगाई थी, दो दिन पहले सरसों की फसल को काट कर खेत में रखा था जो कि बारिश से भींग गई है, फली झड़ने पर खराब हो जाएगी, नुकसान हुआ है।
– फूलसिंह मंडेलिया, किसान
2. 10 बीघा में सरसों की फसल पक कर तैयार है एक दिन पहले कटाई शुरू की है। जगह नहीं होने पर खुले में रखी दी गई थी बारिश से उनकी फसल को नुकसान हो गया है।
– भोलाराम जाट, किसान
3. बारिश से सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। गेहूं की फसल को पानी की जरुरत थी जो मिल गया है। दो बीघा में सरसों व पांच बीघा में गेहूं लगाया है।4. 4 बीघा में सरसों की फसल पक कर तैयार है लेकिन इस बारिश से फसल को 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है। दो बार पहले बारिश से सरसों की फसल को नुकसान हुआ है।
– मनीराम, किसान
20 से 25 फीसदी तक नुकसान है। गेहूं के लिए यह बारिश अमृत समान है। इनदिनों गेहूं के लिए पानी की जरुरत थी। – रविन्द्र सिंह कुशवाह, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी29 फरवरी को आ रहे पश्चिमी विक्षोभ से ग्वालियर चंबल संभाग में 1 और 2 मार्च को गरज-चमक के साथ बारिश, तेज हवा और ओलावृष्टि की संभावना है। मार्च से बारिश की गतिविधि में कमी आएगी। मौसम सामान्य होगा।
– डॉ. वेदप्रकाश सिंह, रडार प्रभारी मौसम, केंद्र भोपाल