उस वक्त फैक्ट्री का काफी स्टाफ भी उसमें बैठा था। सबने माली को कुचलने की घटना देखी थी, लेकिन किसी ने ड्राइवर को बस रोकने के लिए नहीं कहा। एक्सीडेंट से बस में खरोंचे आई थीं, उसका इंडीकेटर भी टूट गया था। ड्राइवर ने क्षतिग्रस्त हिस्से पर रंग पुतवा कर जुर्म को छिपाने की कोशिश भी की। पुलिस का काम माली के बेटे और पड़ोसियों ने पूरा कर बस को थाने में पहुंचा दिया है।
संजय राजपूत निवासी महाराजपुरा गांव ने बताया पिता विश्राम सिंह को सोमवार सुबह आलू अनुसंधान केन्द्र के सामने बस एमपी 07 पी 0608ने कुचला था। बस मालनपुर के सुप्रीम कारखाने के स्टाफ को लाती ले जाती है। पिता को किस वाहन ने कुचला घटना के तुरंत बाद पता नहीं चला था, लेकिन जब बात गांव में फैली तो पड़ोसी अनिल नरवरिया ने बताया कि एक्सीडेंट कारखाने की बस से हुआ। उन्होंने बस को एक्सीडेंट के बाद भागते देखा था। इस क्लू पर बस को तलाशा तो पता चला कि बस स्टाफ को कारखाने ले जा रही थी। एक्सीडेंट के वक्त उसमें कारखाने के कई कर्मचारी भी थे। लेकिन किसी ने जख्मी विश्राम सिंह को बचाने की कोशिश नहीं की, और न ही बस ड्राइवर को बस रोकने के लिए कहा। कर्मचारियों को कारखाने में छोडऩे के बाद बस चालक ने लौटते वक्त बस को गिरगांव के पास छिपा दिया। करीब दो घंटे तक वहां रुककर हालात भांपे जब उसे लगा कि बस की पहचान नहीं हुई है तो उसी रुट से लौटा जिस पर विश्राम सिंह को टक्कर मारकर भागा था।
एक्सीडेंट से बस का इंडीकेटर टूट गया था उसकी बॉडी में खरोचें आने से वहां का रंग उखड़ गया था। उसे छिपाने के लिए चालक ने उखड़े हुए रंग की जगह पर नया कलर भी करवा दिया। विश्राम सिंह (५०) को सोमवार सुबह भिंड रोड तेज स्पीड वाहन ने कुचला था। विश्राम एयरफोर्स में माली थे। रोज साइकिल से डयूटी जाते थे। बस ने पीछे से टक्कर मारी थी। साइकिल से उचट कर विश्राम सिंह डिवाइडर से सिर के बल टकराए थे।
सुबह फिर आई बस तो पकड़ा संजय के मुताबिक ड्राइवर निश्चिंत था कि एक्सीडेंट में बस की पहचान नहीं हुई है तो सुबह फिर कर्मचारियों को डयूटी ले जाने के लिए बस आई। उधर बस के बारे में गांववालों को भी जानकारी मिल गई तो वह सुबह पांच बजे पड़ोसियों के साथ दीनदयाल नगर गेट पर पहुंच गए। बस के आने पर उसे पकड़ लिया। उसमें बैठे स्टाफ ने विरोध करने की कोशिश की तो पुलिस को बुला लिया। जिस जगह पर चालक ने नया रंग करवाया था उसे कुरेदा तो रंग छूट गया।
इंडीकेटर नहीं बदलवा सका संजय के पड़ोसियों ने बताया कि विश्राम सिंह की साइकल को पीछे से टक्कर मारने पर बस का इंडीकेटर टूट गया था। उसके टुकडे स्पॉट पर मिले थे। सुबह बस को पकड़ा तो उसका भी उसी साइड का इंडीकेटर टूटा मिला। आशंका है ड्राइवर उसे बदलवा नहीं सका। पकड़े जाने पर बस चालक ने भी खुलासा किया सोमवार को बस को दूसरा चालक लेकर आया था। उसने ही एक्सीडेंट किया था। घटना के बाद वह छुट्टी ले गया इसलिए डयूटी पर उसे आना पड़ा।
बस पकडी गई चालक की पहचान एक्सीडेंट में बस की पहचान हुई है, उसे पकड़ा गया है। बस को कौन ड्राइव कर रहा था। पता लगाने के लिए उसके मालिक से जानकारी मांगी गई है। बस मालनपुर में कारखाने में अटैच है।
आरडी वर्मन महाराजपुरा टीआई