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राजगढ़

ग्राहकों से सुविधाओं के नाम पर लिया जाता अलग से पैसा, एटीएम में न गार्ड न सफ ाई

शहर के कुछ एटीएम में जाकर देखा तो कई एटीएम बंद मिले, कुछ जगह विभिन्न तरह की समस्याएं देखने को मिलीं

राजगढ़Feb 15, 2020 / 11:42 pm

Praveen tamrakar

 no guard or cleaning in ATM

Rajgarh Dirt spread inside the ATM.

राजगढ़. विभिन्न बैंकों द्वारा ग्राहकों की सुविधा के लिए शहर में कई जगह एटीएम लगाए हैं। इसके बदले में ग्राहकों से पैसे भी लिए जाते हैं, लेकिन जो पैसे लिए जा रहे हैं क्या उसके बदले में ग्राहक को उतनी सुविधाएं एटीएम पर मिल रही हैं। यदि यह सवाल ग्राहक करते हैं, तो बिल्कुल जवाब यही होगा कि सुविधाएं नहीं दी जा रही। फिर चाहे बात सुरक्षा की हो या फि र एटीएम के अंदर मिलने वाली अन्य सुविधाएं जैसे एयर कंडीशन और साफ-सफाई आदि कुछ भी नजर नहीं आता। हमने जब शहर के कुछ एटीएम में जाकर देखा तो कई एटीएम बंद मिले, कुछ जगह विभिन्न तरह की समस्याएं देखने को मिलीं। ाहर में खिलचीपुर नाका, बस स्टैंड कलेक्ट्रेट और राजमहल, शहर के बायपास पर एटीएम केंद्र हैं, लेकिन जो एटीएम बैंक के साथ या पास में संचालित हो रहे हैं वहां साफ.-सफ ाई और ग्राहकों को पैसे भी एटीएम के माध्यम से मिल जाते हैं, लेकिन अन्य जगह की स्थिति देखें तो सबसे ज्यादा चहल-पहल वाले क्षेत्र बस स्टैंड पर लगे एटीएम में ही कई बार पैसे नहीं रहते और एटीएम मशीन के अलावा वहां सिर्फ लाइट की व्यवस्था है। बाकी दरवाजे से लेकर एसी आदि सभी बंद हैं। कुछ इसी तरह का नजारा गल्र्स स्कूल के सामने बने एटीएम पर भी नजर आता है। जबकि एमपीईबी के सामने भी जब हम जाते हैं तो वहां भी इसी तरह की स्थिति दिखती है।

कहीं भी नहीं है गार्ड
एटीएम में आ रही समस्याओं के निदान के लिए गार्ड या फिर अन्य कर्मचारियों की तैनाती की जाती है। लेकिन यह जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभाई जा रही। एटीएम में गार्ड नहीं होने से कई लोग एक साथ अंदर पहुंच जाते हैं। कई बार उपभोक्ता के साथ ठगी के मामले सामने आते हैं।
& एटीएम की साफ.-सफ ाई को लेकर सभी बैंक जिनके भी एटीएम लगे हुए हैं। उन्हें बोला गया है कि वे अपने स्तर से वहां साफ.- सफ ाई करें और हो भी रही है। हर घंटे ऐसा संभव नहीं हो पाता। ग्राहकों से भी अपील करते हैं कि वे जो पर्ची या कागज एटीएम से निकल रहे हैं, उन्हें डस्टबिन में ही डालें। गार्ड की व्यवस्था को लेकर ऊपर से ही निर्देश जारी होते हैं। फिलहाल गार्ड की सुविधाएं बंद कर दी गई हैं।
रविशंकर सेन, लीड बैंक मैनेजर

एसबीआई के एटीएम में कार्ड से सीधे कैश निकलना बंद, अब योनो ऐप के जरिए ओटीपी आने पर ही निकल पाएंगे
ब्यावरा. नये साल में आरबीआई द्वारा सायबर अपराध, बैंकिंग धोखाधड़ी खत्म करने के उद्देश्य से की गई नई व्यवस्था के तहत एसबीआई के एटीएम से कार्ड के जरिए कैश निकलना बंद हो गया है। अब संबंधित उपभोक्ता को पहले ओटीपी जनरेट करना होगा, उसके बाद ही योनो एप के माध्यम से कैश राशि निकल पाएगी।
दरअसल, फिलहाल एसबीआई ने ब्यावरा के एक एटीएम पर टेप लगवा दी है, ताकि लोगों को अधिक से अधिक ऑनलाइन, ओटीपी वाला ट्रांजेक्शन करवा जा सके। इसके लिए लोग धीरे-धीरे इसे समझने का प्रयास कर रहे हैं। बैंकिंग जानकारों की मानें तो इस नई व्यवस्था न सिर्फ सुरक्षा है बल्कि यह प्रक्रिया आसान भी है। यदि आप एटीएम घर भूल भी गए तो योनो पर पंजीकृत एटीएम कार्ड नंबर के आधार पर एम-पिन और ओटीपी से किसी भी एसबीआई एटीएम से राशि निकाली जा सकेगी।
एसबीआई के ब्रांच मैनेजर ने बताया कि सबसे पहले उपभोक्ता को अपने स्मॉर्ट फोन में योनो एप डाउनलोड करना होगा। इसमें मांगी जाने वाली जानकारी के साथ ही छह अंकों का एम-पिन और आइडी-पासवर्ड बनाना होंगे। एम-पिन के जरिए कहीं भी एप खोली जा सकती है और वहां जनरेट होने वाले पासवर्ड के माध्यम से कैश निकाला जा सकेगा। इसके लिए एसबीआई एटीएम में योनो कैश के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद वह ओटीपी मांगेगा जो कि रजिस्टर्ड नंबर पर आएगा। इसके बाद वह छह डिजिट का पिन मांगेगा जो खुद उपभोक्ता को निर्मित करना होगा। इसके बाद उन्हीं पिन और ओटीपी को डालने के बाद कैश निकल जाएगा।
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