नहीं पता अब तक कितना नुकसान
एक तरफ किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं, दूसरी तरफ कृषि विभाग को यह नहीं पता कि कहां कितना नुकसान हुआ है और न ही विभाग की ओर से नुकसान का कोई सर्व करवाया जा रहा है। राजस्व विभाग ने भी फसलों के नुकसान को लेकर कार्रवाई नहीं की है।
फसलों को सबसे अधिक नुकसान बमोरी व आरोन तहसील में हुआ है। आरोन में रामपुर, गोविंदपुर, तेहरीकला, हुसैरपुर, पनवाड़ी, रौंदा, बरोद, सालेह सहित अधिकांश गांवों में फसलों तबाह हो गईं। यहां सोयाबीन में करीब 50 प्रतिशत और उड़द में 90 प्रतिशत तक नुकसान बताया गया है। बमोरी तहसील के म्याना व खुटेहाबाद, तरावटा, जमरा, डुंगासरा, ग्वारखेड़ा, टकनेरा, खजूरी, पदवनखेड़ी, रीछई, लहरघाट, खोकर, सगोरिया, बांसखेड़ी, शाहपुर, सेंधुआ, गजनाई, कूंदौल, पूनमखेड़ी गांवों में फसलें तबाह हो गई। यहां सोयाबीन में 25 से 30प्रतिशत और उड़द व मूंग में 80से 90प्रतिशत नुकसान है।
कृषि विभाग द्वारा कीट व्याधि नियंत्रण एवं तकनीकी जानकारी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया है। जिस पर सुबह 10 बजे से शाम को 6.00 बजे तक फोन लगाया जा सकता है। इसका नंबर 07542-252713 एवं कृषि विज्ञान केन्द्र आरोन का नंबर 07545-205360 है, जिसपर संपर्क कर सकते हैं।
यूएस तौमर, उप संचालक कृषि विभाग गुना