दूसरी महिला की खातिर पत्नी को तीन तलाक देकर घर से निकाला
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि पीड़ित महिला ने अपने शिकायत में पुलिस को बताया है कि वह चोहला साहिब में ईंट-भट्ठे पर काम करती है। इससे मिलने वाली मजदूरी से अपने चार बच्चों का पालन पोषण करती है। इससे उसका परिवार नहीं चल पाता था। फिर उसने सिंगापुर जाने का मन बनाया। इसके लिए जालंधर के रहने वाले सरबजीत लाल उसको प्रोत्साहित किया। सरबजीत ने उसे नई दिल्ली के रजिंदर प्लेस मेट्रो स्टेशन पर केयर आस्था नामक संस्था चलाने वाली नीतू से मिलाया। दोनों ने सिंगापुर भेजने के लिए उससे 32 हजार रुपए लिए और पासपोर्ट दिया। इसके बाद उसे जहाज में बिठा दिया। जब वह 20 मई 2017 को जहाज से उतरी तो उसे पता चला कि वह सिंगापुर नहीं बल्कि सऊदी अरब पहुंच गई है। वहां पर उसे अब्दुल्ला नामक एक शख्स मिला। उसने उसे दो परिवारों में खाना बनाने का वादा करके काम पर लगवा दिया। इसके बाद उसे चार अलग-अलग जगहों पर बेचते रहे। दो लोगों का खाना बनवाने के बहाने एक दिन में 20-25 लोगों को खाना बनवाने के लिए प्रताड़ित करने लगे। पीड़त महिला ने आगे बताया कि पैसा मांगने पर उसके साथ मानसिक यातनाएं दी जाने लगी। इस तरह से सात महीने गुजर गए।
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आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
बता दें कि पीड़िता ने बताया है कि एक दिन उसे एक पंजाबी शख्स मिला। उसने सारी बातें उसे बताई। पंजाबी शख्स ने उसे भारतीय दूतावास पहुंचाया जहां पर पेपर पासपोर्ट के जरिए उसे भारत डिपोर्ट किया गया। फिलहाल पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी सरबजीत और नीतू कुमारी के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है।