अब न्याय का इंतजार:प्रिया रमानी
अकबर के इस्तीफे पर पत्रकार प्रिया रमानी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने कहा कि अकबर के इस्तीके से हमारे आरोप सही साबित हुए हैं। हमें अब उस दिन का इंतजार है, जब हमें कोर्ट ने न्याय मिलेगा।
अकबर ने प्रिया पर किया मानहानि का मुकदमा
केंद्रीय मंत्री पर इस्तीफे को लेकर लंबे समय से दबाव था। इससे पहले अकबर सभी आरोपों को खारिज कर चुके हैं। उन्होंने कहा था, ‘बिना सबूतों के आरोप लगाना एक वायरल बुखार की तरह हो गया है। मामला कुछ भी हो, अब मैं वापस आ गया हूं। मेरे वकील इस तरह के सभी बेबुनियाद आरोपों की पड़ताल करेंगे और तय करेंगे कि आगे क्या कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके बाद उन्होंने प्रिया रमानी पर मानहानि का मुकदमा दायर किया।
मानहानि केस का करुंगी सामना : प्रिया रमानी
अकबर की ओर से मानहानि के मुकदमे पर रमानी ने कहा कि मैं काफी निराश हूं कि केंद्रीय मंत्री ने कई महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों को राजनीतिक साजिश करार देते हुए खारिज कर दिया। मेरे खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करके अकबर ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने आगे लिखा कि अनेक महिलाओं द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों का सामना करने के बजाय वह (अकबर) धमकी और उत्पीड़न के माध्यम से मुंह बंद कराना चाहते हैं। रमानी ने जोर देकर कहा कि वह मानहानि के आरोपों का सामना करेंगी।
अकबर पर रमानी समेत 20 महिलाओं ने लगाए यौन शोषण के आरोप
बता दें कि प्रिया रमानी ने सबसे पहले केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। अकबर पर ‘मीटू’ अभियान के जरिए यौन उत्पीड़न का करीब 20 महिलाओं ने आरोप लगाया है। इन महिलाओं का आरोप है कि द एशियन एज और अन्य प्रकाशनों के संपादक की हैसियत से अकबर ने उनका यौन-उत्पीड़न किया।