थानाप्रभारी नरेन्द्रसिंह जाखड़ ने बताया कि उत्तर प्रदेश रामपुर अजीमनगर निवासी मोहम्मद अकील, स्वार रसुलपुर के अगलगा मोहल्ला निवासी हबीब खान और पटवई सहवीया खुर्द के मोहम्मद आशिफ को पुलिस टीम सोमवार देर शाम को अजमेर लेकर पहुंची। पुलिस पड़ताल में आरोपी बार-बार अपने बयान बदल रहे हैं। मौलवी मोहम्मद अकील ने बताया कि बालिका को दरगाह क्षेत्र में ले जाकर पड़ताल की लेकिन उसके परिजन नहीं मिलने पर वह बालिका को रामपुर ले गया। पुलिस को मौलवी मोहम्मद अकील और उसके साथियों के बयानों पर संदेह है। पुलिस को तीनों के तार बच्चा चोर गिरोह व तस्करों से जुड़े होने का संदेह है। पुलिस आरोपियों से गहनता से पड़ताल में जुटी है।
खंगाली जाएगी सीडीआर
थानाप्रभारी जाखड़ ने बताया कि पुलिस तीनों के मोबाइल नम्बर के सीडीआर की गहनता से पड़ताल की जा रही है। तीनों बच्ची को अजमेर से लेकर निकलने के बाद कहां-कहां गए और किन-किन से बात की। इन तमाम पहलू पर गहनता से पड़ताल की जा रही है।
…क्यों नहीं दी सूचना
थानाप्रभारी जाखड़ ने बताया कि बालिका के दरगाह क्षेत्र में भटकती मिलने पर मौलवी और उसके दोनों साथियों ने दरगाह कमेटी, खादिम समुदाय के लोगों, दरगाह के निजामगेट पर तैनात पुलिस व आरएसी के जवान, पुलिस थाना व चौकी में सूचना क्यों नहीं दी। दरगाह से बालिका को लेकर निकलने के बाद तीनों ट्रेन से रवाना हुए। दरगाह से रेलवे स्टेशन तक तीन थाने चौकी रास्ते में थे लेकिन उन्होंने पुलिस को सूचना देना मुनासिब नहीं समझा।