गांव वालों के सामने उसको गाली गलौज कर अपमानित किया गया, जिससे क्षुब्ध होकर उसने अपने घर आकर जहरीली दवाई का सेवन कर लिया और अपने प्राण त्याग दिए । जिसके सम्बन्ध में मृतक के पिता फूलचंद पाल ने सदर कोतवाली पुलिस को एक तहरीर देकर पूरे मामले से अवगत कराया इस मामले में फूलचंद ने बताया कि जब मेरा बेटा कोटेदार की राशन सामग्री लेने गया तो कोटेदार ने उसे राशन सामग्री नहीं दी बल्कि उसे सार्वजनिक रूप से गाली गलौज कर अपमानित किया जिससे मेरे बेटे ने घर आकर यह बात बताई और खेत पर चला गया जहां उसने फसलों में डालने वाली दवाई को पीकर आत्महत्या कर ली। आपको बताते चलें कि कोटेदारों की आत्महत्या की कहानी बहुत लंबी है यह पात्र व्यक्तियों के लिए सरकार द्वारा भेजे जाने वाले खाद्यान्नों में से उनके हक का काफी खाद्यान्न बचाकर उसकी ब्लैक मार्केटिंग कर अपनी जेब भर लेते है और पात्र व्यक्तियों को उनका हक नहीं मिल पाता ।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आया था कि कोटेदार के अपमान से क्षुब्ध होकर किसी व्यक्ति ने जहरीली दवाई पीकर आत्महत्या कर ली । इस मामले की जांच कराई जा रही है और जांच में जो दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।