बिशप ने खुद पद छोड़ने की मांगी थी इजाजत
इससे पहले बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने वैटिकन से अपने पद की जिम्मेदारियों से मुक्त होने की अनुमति मांगी थी। उन्होंने पोप फ्रांसिस को पत्र लिखकर कुछ वक्त के लिए पद छोड़ने की इजाजत मांगी थी, इसके पीछे उन्होंने केस का हवाला दिया था। उन्होंने पत्र में लिखा था कि अपने खिलाफ कुछ आरोपों के चलते वह पुलिस केस पर ध्यान देने के लिए पद छोड़ना चाहते हैं।
एसआईटी ने मुलक्कल से दोबारा की पूछताछ
एक तरफ बिशप के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है तो वहीं दूसरी तरफ एसआईटी ने गुरुवार को बिशप से दोबारा पूछताछ शुरू की। वहीं राज्य के पुलिस प्रमुख ने कहा है कि आरोपी फ्रांको मुलक्कल को गिरफ्तार करने पर भी कोई निर्णय एक या दो दिन में लिया जा सकता है। लगातार बलात्कार और यौन हिंसा के आरोपी मुलक्कल पूछताछ के लिए एसआईटी के समक्ष पेश हुए और इसके कुछ घंटों बाद ही राज्य के डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा कि एक बार पूछताछ पूरी हो जाए इसके बाद ही जांच अधिकारी उसको गिरफ्तार करने पर कोई निर्णय लेंगे।
25 सितंबर को हो सकती है बिशप की गिरफ्तारी
बेहरा ने तिरूवनंतपुरम में संवाददाताओं से कहा, ‘पूछताछ के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। जांच दल उनसे पूछताछ कर रहा है। हमें इतजार करना चाहिए। पूछताछ के बाद आज या कल कोई निर्णय जरूर लिया जाएगा।’उन्होंने कहा कि जांच अधिकारी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। यह पूछा गया कि क्या मुलक्कल को 25 सितंबर से पहले गिरफ्तार किया जा सकता है क्योंकि इसी दिन आरोपी की अग्रिम जमानत याचिका पर उच्च न्यायालय में सुनवाई होनी है।
बिशप पर क्या हैं आरोप
नन ने बिशप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 2014 से 2016 के बीच कई बार उससे बलात्कार किया, लेकिन मुलक्कल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये मुझे फंसाने की साजिश है, जिसका उद्देश्य नन के खिलाफ मिली कई शिकायतों पर उनके द्वारा की गई कार्रवाई का बदला लेना है। इस बीच कोट्टायम के पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने कहा है कि बिशप से पूछताछ आज समाप्त हो सकती है। पुलिस ने अपराध शाखा कार्यालय के अंदर और आस पास सुरक्षा कड़ी कर दी है।