यह है मामला बताया जा रहा है कि पीड़िता एक रिश्तेदार की शादी में हिस्सा लेने आई थी, जब आरोपी उसे जबर्दस्ती पास के जंगलों में ले गए और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। बताया जा रहा है कि रेप की वारदात के बाद पंचायत ने उन्हें 100 बार ऊठक-बैठक करने और जुर्माना भरने की सजा दी थी। इस घटना से आरोपी भड़क उठे। उन्होंने पीड़िता के घरवालों के साथ मारपीट की और फिर उसे घरवालों के सामने ही जिंदा जला डाला। लड़की के पिता के अनुसार, गुरुवार रात गांव का ही धानु भुईयां उसकी बेटी को बहला फुसला कहीं ले गया। रात भर बाहर रहने के बाद सुबह लड़की घर लौटा आई।उसने अपने परिजनों को बताया कि धानु भुइयां ने उसके साथ बलात्कार किया है।परिजनों ने इसकी शिकायत पंचायत में की थी।जिला कलेक्टर ने बताया है कि सरपंच समेत 15 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं।आगे गहन जांच की जा रही है। घटना की सूचना पाकर गांव पहुंची पुलिस ने युवती का अधजला शव बरामद किया था।
मुख्यमंत्री खुद देख रहे हैं मामले को अब मुख्यमंत्री ने स्वयं इस मामले में सख्त कार्रवाई की बात करते हुए नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार के बाद जिंदा जलाए जाने की घटना के अपराधियों को कठोर से कठोर सजा देने की बात कही है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद पुलिस ने छापेमारी कर शनिवार देर शाम तक मुख्य आरोपी समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
कठोर कार्यवाही का आश्वासन झारखंड पुलिस के अतिरिक्त महानिदेषक ने बताया कि चतरा मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है और घटना के मुख्य आरोपी धानु भुइयां समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्यमंत्री ने स्वयं इस मामले में सख्त कार्रवाई की बात करते हुए कहा, ‘चतरा में नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार के बाद जिंदा जलाए जाने की घटना अत्यन्त दुखद है। समाज में छिपे ऐसे अपराधियों को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए’। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस घटना पर अपनी नजर बनाए हुए है और पीड़िता के परिजनों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है। पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता के लिए एक लाख रुपए की सहायता राशि मुहैया करा दी गई है।