नेशनल हेराल्ड के लिए तत्कालीन भजनलाल सरकार ने पंचकूला के सेक्टर-6 में एजेएल को 3360 वर्ग मीटर का प्लॉट आवंटन किया था। निर्माण नहीं हुआ तो आवंटन रद्द कर दिया । वर्ष 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने एजेएल को यह प्लॉट दोबारा आवंटन कर दिया। आरोप लगे कि प्लॉट पुरानी दरों पर ही आवंटन किया गया। इस मामले में सतर्कता विभाग ने मई 2016 में हुड्डा पर मामला दर्ज कर लिया। यह मामला हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुड्डा) की शिकायत पर दर्ज हुआ । हालांकि मुख्यमंत्री हुड्डा के पदेन अध्यक्ष होते हैं। यह गड़बड़ी हुड्डा के कार्यकाल में हुई, इसलिए उनके खिलाफ यह मामला दर्ज हुआ है। सीबीआई ने उन अधिकारियों को दोषी नहीं माना है, जिनके नाम इस मामले में जुड़े थे। अधिकारियों ने तो प्लॉट आवंटन से मना कर दिया था। इस मामले को 2014 के लोकसभा-विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है। पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है।