जूते में छुपा कर नशीली पदार्थ लाता है गिरोह
डीआरआई के अधिकारी ने कहा कि अपराधी गिरोह देश में सोने और नशीले पदार्थों को तस्करी कर लाते हैं और इसके बदले वे विदेशी मुद्रा को अवैध रूप से नकदी में भेजते हैं। गिरोह का काम करने का एक अलग तरीका था। अपने जूते में विदेशी मुद्रा नोटों के छिपे बंडलों के साथ समूह के दो सदस्यों -शेख मसीरुद्दीन और मो. अख्तर मोइनी- ने सुरक्षा जांच करवाई और वे घरेलू प्रस्थान सुरक्षा क्षेत्र में उड़ान का इंतजार करने लगे। लगभग उसी समय, गिरोह का तीसरा सदस्य, जियाउल मुस्तफा, बैंकॉक जाने के लिए हवाईअड्डे पर पहुंचा। मुस्तफा ने बोडिर्ंग पास मिलने के बाद, आप्रवासन और सीमा शुल्क की मंजूरी प्राप्त की और अपनी उड़ान पर चढ़ने से पहले अंतर्राष्ट्रीय प्रस्थान सुरक्षा क्षेत्र में प्रवेश किया।
पुलिस आरोपियों से कर रही पूछताछ
एक शीशे का दरवाजा घरेलू प्रस्थान सुरक्षा क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय प्रस्थान क्षेत्र से अलग करता है। एजेंसी के मुताबिक, तीनों आरोपी उसी जगह पर एक साथ मिले, जहां दो घरेलू यात्रियों ने अपने शीशे के दरवाजे के नीचे के गैप के जरिए अंतर्राष्ट्रीय प्रस्थान जोन में अपने सहयोगी को विदेशी मुद्रा का बंडल थमा दिया। इस दौरान घरेलू विमान का टिकट लेकर पहुंचे गिरोह के दोनों सदस्यों ने जानबूझकर अपनी उड़ान नहीं पकड़ी और विमानन कंपनी से नो-शो के मामले के रूप में संपर्क किया और अपना टिकट रद्द करवा कर हवाईअड्डे से बाहर आ गए। अधिकारी ने बताया, “डीआरआई अधिकारियों ने सभी तीनों आरोपियों को रोका और पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि वे पहले भी ऐसा कई बार कर चुके हैं।”