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जम्मू-कश्मीर में बैन के बावजूद चल रहा था गिलानी का इंटनेट, BSNL ने दो अधिकारियों पर की कार्रवाई

locationनई दिल्लीPublished: Aug 19, 2019 05:49:16 pm

Submitted by:

Navyavesh Navrahi

जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir ) में इंटरनेट सेवाओं पर था बैन
सैय्यद अली शाह गिलानी की इंटरनेट सेवाएं जारी थीं
BSNL अधिकारियों की मिलीभगत से चल रही थीं सेवाएं

geelani
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 ( Article 370 ) हटाए जाने के मद्देनजर फोन और इंटनेट सेवाएं बंद की गई थीं। इसी दौरान मामला सामने आया है कि अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह ( Syed Ali Shah Geelani ) गिलानी का लैंडलाइन फोन और इंटरनेट सेवाएं जारी थीं। जांच करने पर बीएसएनएल के दो अधिकारी घेरे में आए हैं, जिन पर कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार- धारा 370 हटाए के मद्देनजर राज्य में इंटरनेट सेवाओं और फोन सेवाओं पर 4 अगस्त को रोक लगाई गई थी। इसी समय दौरान गिलानी ने अपनी ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किए, जिससे पता चला कि सैय्यद अली शाह गिलानी इंटरनेट सेवा एक्सेस कर रहे हैं। साथ ही उनका लैंडलाइन फोन भी चल रहा है।
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8 दिन तक चलाते रहे इंटरनेट

इंटरनेट सेवा बंद होने के बावजूद गिलानी आठ दिन तक इंटरनेट एक्सेस करते रहे। किसी अधिकारी को इसके बारे में भनक तक नहीं लगी। उनका ट्वीट सामने आने के बाद BSNL ने जांच की, तो दो अधिकारियों के नाम सामने आए। अधिकारियों के लूप होल्स सामने आने के बाद गिलानी की इंटरनेट सेवा तुरंत बंद कर दी गई। दोनों अधिकारियों पर काईवाई की गई है।
करते रहे हैं भारत विरोधी ट्वीट

गौर हो, अली शाह गिलानी अपने ट्विटर अकाउंट से अक्सर भारत विरोधी पोस्ट करते रहे हैं। कई यूजर्स, यहां तक कि गृहमंत्री अमित शाह भी गिलानी को पाकिस्तान भेजने तक की मांग कर चुके हैं। पिछले माह उनके प्रवक्ता गुलजार अहमद गुलजार को भी जन सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था।
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श्रीनगर में भी खुले स्कूल

बहरहाल, अब घाटी में धारा 144 में ढील दी गई है। फोन और इंटरनेट सेवाएं धीरे-धीरे बहाल की जा रही हैं। कुछ इलाकों में स्कूल भी खोल दिए गए हैं। श्रीनगर में आज से स्कूल खुलने शुरू हो गए हैं। यहां भी धीरे-धीरे फोन और इंटरनेट सेवा बहाल की जाएंगी। बता दें, करीब 14 दिन बाद घाटी में स्कूल-कॉलेज खुलने जा रहे हैं।
ऐसे में सुरक्षाबलों के सामने भी शांत माहौल को शांत रखने की चुनौती है। जम्मू और कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से ही कश्मीर में धारा 144 लागू की गई थी।
अफवाहों पर न दें ध्यान

जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग की तरफ से आज सुबह एक बयान जारी किया गया। इसमें कहा या कि प्रदेश में अफवाह फैलाई जा रही है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के हथियार जब्त किए जा रहे हैं। गृह विभाग ने लोगों से अपील की है कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें।

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