इस मामले में महिला ने आरोप लगाया है कि निखिल अल्वा उन्हें तीन सालों से बेहद अपमानजक भाषा का इस्तेमाल कर आपत्तिजनक ईमेल भेज रहे हैं। महिला ने आरोप लगाया कि निखिल अल्वा ने सोशल मीडिया समूहों पर संदेश भेजे जो इलाके में रहने वाले स्थानीय निवासियों से संबंधित मसलों पर चर्चा करने के लिए बने हैं। बता दें कि निखिल अल्वा राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गेट अल्वा के पुत्र हैं।
निखिल अल्वा ने टि्वटर पर आरोपों को खारिज किया और पुलिस के सामने लिखित में अपना पक्ष रखा है। अपने आवेदन में आरोपों को झूठा और राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने महिला के खिलाफ आवासीय सोसाइटी में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद महिला ने 30 नवंबर को जवाबी शिकायत दर्ज कराई। निखिल अल्वा ने कहा कि उनकी शिकायत महिला के फ्लैट में अवैध निर्माण को लेकर थी जिसमें आग लगने के दौरान बच निकलने के रास्ते को बंद किया जाना भी शामिल था। उन्होंने पुलिस को बताया है कि शिकायत करने वाली महिला ने उनकी मां के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणियां की थीं। फिलहाल इस मामले की जांच में गुड़गांव पुलिस जुटी है।