मामला तिरुवनंतपुरम का है। 11वीं कक्षा में पढऩे वाले मनोज ने बीते 26 जुलाई को मनोज ने अपने कमरे में पंखे से लटकर जान दे दी। अब परिजनों का कहना है कि मनोज ने ब्लू व्हेल गेम की वजह से अपनी जान दी है। पिछले 9 महीने से उसका व्यवहार में तेजी से बदला था।
कुछ महीने पहले गेम के बारे में बताया था
मनोज की मां अनु के अनसार कुछ महीने पहले मनोज ने उनसे ब्लू व्हेल गेम के बारे में बताया था। उसने कहा था कि इस गेम में एक टास्क पूरा करना होता है। कई बार इसे पूरा करने के लिए लोगों को अपनी जान देनी होती है। इसके बाद अचानक मनोज के स्वभाव और व्यवहार में बदलाव आने लगा। उसने झूठ बोलना शुरू कर दिया था।
मनोज की मां अनु के अनसार कुछ महीने पहले मनोज ने उनसे ब्लू व्हेल गेम के बारे में बताया था। उसने कहा था कि इस गेम में एक टास्क पूरा करना होता है। कई बार इसे पूरा करने के लिए लोगों को अपनी जान देनी होती है। इसके बाद अचानक मनोज के स्वभाव और व्यवहार में बदलाव आने लगा। उसने झूठ बोलना शुरू कर दिया था।
अकेला चला जाता था कब्रिस्तान जैसी जगहों पर
अनु ने बताया कि कई बार वह किसी भी समय अकेला कब्रिस्तान जैसी जगहों पर चला जाता था। उसके शरीर पर भी गोदने के कई तरह के निशान बने हुए थे. वह रात-रात भर जगा करता था। सुबह 5 बजे सोता था। जनवरी में उसकी मां ने देखा कि उसके हाथों पर ए, बी और आई अक्षर लिखे हुए हैं। वह दोस्तों से लिखने के लिए कहता था।
अनु ने बताया कि कई बार वह किसी भी समय अकेला कब्रिस्तान जैसी जगहों पर चला जाता था। उसके शरीर पर भी गोदने के कई तरह के निशान बने हुए थे. वह रात-रात भर जगा करता था। सुबह 5 बजे सोता था। जनवरी में उसकी मां ने देखा कि उसके हाथों पर ए, बी और आई अक्षर लिखे हुए हैं। वह दोस्तों से लिखने के लिए कहता था।
पुलिस कर रही मनोज के फोन की जांच
पुलिस के मुताबिक, मनोज की मां के नए बयानों के आधार पर इस गेम से उसकी मौत का कोई एंगल नहीं जुड़ रहा है। पुलिस मनोज के फोन की जांच कर रही है। उसके फोन की जांच से काफी बात सामने आने का अनुमान लगाया जा रहा है। मुंबई में एक किशोर की आत्महत्या के बाद इस गेम को बैन करने की बात संसद में भी उठी।
पुलिस के मुताबिक, मनोज की मां के नए बयानों के आधार पर इस गेम से उसकी मौत का कोई एंगल नहीं जुड़ रहा है। पुलिस मनोज के फोन की जांच कर रही है। उसके फोन की जांच से काफी बात सामने आने का अनुमान लगाया जा रहा है। मुंबई में एक किशोर की आत्महत्या के बाद इस गेम को बैन करने की बात संसद में भी उठी।
केंद्र सरकार ने लगा दिया खूनी गेम पर बैन
इसे गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने इस खूनी गेम पर बैन लगा दिया है। आईटी मिनिस्ट्री ने बकायदा सर्कुलर जारी करके इस गेम को सोशल मीडिया सहित हर जगह से बैन की बात कही है। यदि कहीं दिखे तो इसकी शिकायत की जा सकती है।
इसे गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने इस खूनी गेम पर बैन लगा दिया है। आईटी मिनिस्ट्री ने बकायदा सर्कुलर जारी करके इस गेम को सोशल मीडिया सहित हर जगह से बैन की बात कही है। यदि कहीं दिखे तो इसकी शिकायत की जा सकती है।