एक बोर्ड अधिकारी ने कहा कि द्रविड़ को राजधानी में जैन के सामने पेश होना है। द्रविड़ अभी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख हैं। मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता की शिकायत पर लोकपाल ने द्रविड़ को कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के संबंध में नोटिस दिया था।
अपनी शिकायत में गुप्ता ने कहा था कि द्रविड़ एनसीए के निदेशक हैं और साथ ही साथ वह आईपीएल फ्रेंजाइजी चेन्नई सुपर किंग्स का मालिकाना हक रखने वाली इंडिया सीमेंट्स ग्रुप में उपाध्यक्ष भी हैं। द्रविड़ ने हालांकि इन आरोपों के बचाव में कहा था कि उन्होंने इंडिया सीमेंट्स के अपने पद से दीर्घकालीन अवकाश ले रखा है।
इसी बीच एक पत्र भी वायरल हो रहा है जिसमें इंडिया सीमेंट्स के सीनियर जनरल मैनेजर जी. विजयन ने साफ-साफ लिखा है कि द्रविड़ ने बीसीसीआई और एनसीए प्रमुख के तौर पर अपनी प्रतिबद्धताओं को देखते हुए दो साल का अवकाश ले रखा है।
बीसीसीआई का कामकाज देखने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने द्रविड़ का बचाव करते हुए कहा था कि द्रविड़ का अवकाश पर रहना उन्हें किसी प्रकार के कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट से दूर करता है।
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी द्रविड़ पर लगे कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के आरोपों को लेकर काफी नाराजगी जाहिर की थी। गांगुली ने कहा था कि कॉनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट भारतीय क्रिकेट में एक नया फैशन बन गया है। यह खबरों में रहने का तरीका है।