चाचा ने दिया ये तोहफा –
जी हां! एशिया कप से पहले सचिन अपनी बेटी के कॉलेज के एक कार्यक्रम में व्यस्त थे जिसके चलते वे सुधीर की एशिया कप की टिकट और रहना का इंतेज़ाम नहीं कर पाए ऐसे में सुधीर के पास दुबई जाने के पैसे नहीं थे। वीसा पाने के लिए पहले तो सुधीर ने अपनी मोटरसाइकिल बेच दी लेकिन फ्लाइट की टिकट और होटल के किराये के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। ऐसे में शिकागो चाचा ने सुधीर की फ्लाइट टिकट करवाई और होटल में रहने का खर्च भी उठाया। इतना ही नहीं चाचा ने सुधीर को आई फ़ोन एक्स भी तोहफे में दिया। इस मोबाइल फ़ोन की कीमत भारत में लगभग एक लाख दस हज़ार है।
सचिन करते हैं मदद –
साल 2003 में पहली बार सचिन से मिल चुके सुधीर इतने लोकप्रिय होने के बाद भी काफी गरीब परिवार से आते हैं । सुधीर का घर इतना छोटा है कि देखने वाले को भी अजीब लगे। दीवारें पुरानी हैं, छत से पानी टपकता है और भरोसा नहीं कब ढह जाए। सुधीर अक्सर रेडियो या टीवी पर प्रोग्राम करता हैं और बदले में वो इंडिया के मैचों के लिए उसके ट्रैवल का खर्च उठाते हैं। अक्सर उसके ट्रैवल का खर्च सचिन उठाते हैं। लेकिन वो खुद कोई पैसे नहीं कमाते सुधीर का मानना है वो पैसे का करेगा क्या ? ट्रेन में भी पहले वो बिना टिकट चला जाता था लेकिन एक बार जब टीटी ने सुधीर को पकड़ लिया और समझाया ऐसे वो सचिन का नाम खराब कर रहे हैं, तब से उसने बिना टिकट सफर करना बंद कर दिया।