दो साल से थे टीम से बाहर
बता दें कि वहाब रियाज ने पाक टीम के लिए अपना आखिरी एकदिवसीय मैच 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी में खेला था। इसके बाद से ही वह पाकिस्तान की टीम से बाहर हैं। वैसे यहां यह भी बताना उचित होगा कि पाकिस्तान के इस तेज गेंदबाज का विश्व कप में अब तक शानदार प्रदर्शन रहा है। वह 2011 और 2015 विश्व कप में खेल चुके हैं। इन विश्व कप के कुल 12 मैचों में उन्होंने 24 विकेट लिए हैं। एकदिवसीय क्रिकेट की बात करें तो वह अब तक 79 मैचों में कुल 102 विकेट ले चुके हैं।
वहाब ने कहा- कोच को गलत साबित करना चाहते हैं
टीम के कोच आर्थर ने पिछले साल अप्रैल में सार्वजनिक तौर पर वहाब रियाज की आलोचना करते हुए कहा था कि खेल के प्रति उनका रवैया गंभीर नहीं है। दो सालों में उन्होंने टीम को एक भी मैच नहीं जिताया है। मंगलवार को इंग्लैंड रवाना होने से पहले इस पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए वहाब ने कहा कि वह अपने दर्द को शब्दों में नहीं बयान कर सकते। वह अतीत में नहीं रहना चाहते। जो हुआ वह अब इतिहास बन चुका है। उन्होंने कहा कि कोच का काम निश्चित रूप से खिलाड़ियों से बेहतरीन प्रदर्शन करवाना है और वह टीम में ऐसे खिलाड़ी चाहते हैं, जो मैच जीता सकें। उन्होंने कहा कि वह भी टीम में शामिल होना चाहते थे। अंतर बस यह है कि उन्होंने दो सालों से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। अब वह टीम में हैं और वह कोच को गलत साबित कर टीम में अपने चयन को सही ठहराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब देखना यह होगा कि हम विश्व कप में क्या कर पाते हैं।
वहाब ने कहा कि विश्व कप के लिए तैयार हैं
33 साल के वहाब ने कहा कि यह जानते हुए भी कि वह विश्व कप टीम में नहीं हैं विश्व कप के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार कर रखा था। उन्हें सपने आते रहते थे कि वह टीम के कोच मिकी आर्थर और कप्तान सरफराज अहमद से मिल रहे हैं और सपने में वह कभी-कभी उन्हें टीम में चुनते हैं और अन्य समय वह नहीं चुनते। उन्होंने कहा कि करीब 10 दिन पहले उन्हें ख्वाब आया कि पाक टीम के मुख्य चयनकर्ता इंजमाम-उल-हक ने उन्हें फोन कर बताया कि उन्हें टीम में चुना गया है और यह उनके लिए खुद को साबित करने का आखिरी मौका है। इसके बाद एकदम ऐसा ही हुआ।