टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत ने धीमी शुरुआत की। शुरुआत में गेंद हरकत कर रही थी और इसी कारण दोनों सलामी बल्लेबाज संभल कर खेल रहे थे।
ऐसी ही कागिसो रबादा की एक गेंद रोहित के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक के हाथों में चली गई। रोहित ने 35 गेंदों का सामना किया और सिर्फ एक चौका मारा। रोहित ने पहले मैच की दोनों पारियों में शतक जमाए थे।
रोहित के बाद आए पुजारा ने भी संभल कर खेलने की रणनीति अपनाई और रन गति में इजाफा जारी रखा। मयंक और पुजारा ने 138 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूती दी। पुजारा दुर्भाग्यशाली रहे कि अर्धशतक पूरा करने के कुछ देर बात ही आउट हो गए।
ख़बर लिखे जाने तक भारतीय टीम ने चायकाल तक दो विकेट के नुकसान पर 168 रन बनाए लिए थे। मयंक अग्रवाल 86 और चेतेश्वर पुजारा शून्य पर बल्ललेबाजी कर रहे थे।