हनुमा ने द्रविड़ से फोन पर की थी बात-
उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड के खिलाफ जारी पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में भारत के लिए पदार्पण करते हुए पहली पारी में हनुमा ने 56 रन बनाए। उनके इस प्रदर्शन को बेहद सराहा गया। बता दें कि हनुमा ने राहुल द्रविड़ से मैच के एक दिन पहले कुछ समय के लिए बात की थी। प्रदर्शन का श्रेय द्रविड़ को देते हुए हनुमा ने कहा, “मैंने अपने पदार्पण से एक दिन पहले उनसे बात की थी। उन्होंने मुझे प्रेरित किया जिसके कारण मेरी घबराहट कम हो पाई।”
द्रविड़ ने दिया यह गुरुमंत्र-
हनुमा ने कहा, “उन्होंने (द्रविड़) मुझे कहा कि मेरे अंदर कौशल है, मैं मानसिक रूप से तैयार हूं और मुझे बस अपने खेल का आनंद लेना चाहिए। इंडिया-ए में मेरे सफर के लिए मैं उन्हें श्रेय देना चाहता हूं। इस सफर के कारण ही मैं यहां पदार्पण कर पाया। जिस प्रकार से उन्होंने मुझे प्रेरित किया है, उसी कारण मैं एक बेहतर खिलाड़ी बन पाया हूं।”
हनुमा ने टीम इंडिया को संकट से उभारा-
टीम इंडिया ने जब अपना चौथा विकेट 103 रन के स्कोर पर खोया तब कप्तान विराट कोहली का साथ देने आए हनुमा। हनुमा ने विराट के साथ 51 रनों की पार्टनरशिप की। इसके बाद उनको ऋषभ पंत का कम समय के लिए साथ मिला। इसके बाद उन्होंने रविंद्र जडेजा के साथ 77 रनों की साझेदारी की। वह 237 के स्कोर पर आउट हुए, उन्होंने 124 गेंदों में 56 रनों की पारी खेली जिसमे 1 सिक्स और 7 चौके शामिल थे।