इस कारण हुई मौत-
फेंफड़ों में संक्रमण की वजह उनकी हालत काफी बिगड़ गई थी। उनके बेटे ने बताया कि 10 सितम्बर से वह यूरिनल इन्फेक्शन से जूझ रहे थे। एक हफ्ते के भीतर उनके फेफड़ें में भी इन्फेक्शन फैल गया जिससे उबरने में वह नाकाम रहे। बेटे ने आगे बताया कि “उनका निधन हमारे निवास भोवानीपोर में आज सुबह 4 बजकर 7 मिनट पर हुआ।वह इस 10 अक्टूबर को 93 साल के पूरे हो जाते।”
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शोक में गांगुली-
बी एन दत्त के निधन में शोक जताते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने उन्हें ‘मास्टर एडमिनिस्ट्रेटर’ बताया। गांगुली ने कहा, “यह बहुत बड़ी क्षति है, जिसका भर पाना मुश्किल है।” बता दें कि दत्त बंगला क्रिकेट संघ(CAB) के अध्यक्ष रहे थे| यह पद इस वक्त सौरव गांगुली संभाल रहे हैं।
डालमिया को सिखाया था प्रशासन-
कोलकाता मैदान के सबसे सम्मानित प्रशासकों में से एक थे दत्त। वह क्रिकेट और फुटबॉल दोनों ही खेलों में प्रशासक की भूमिका में रहे थे। 1977 में बंगाल क्रिकेट संघ(CAB) के खजांची के रूप में उन्होंने युवा डालमिया को संघ से जोड़ा था। जगमोहन डालमिया जबतक जीवित रहे तबतक उन्होंने यही कहा कि उन्होंने प्रशासन के गुण बीएन दत्त से सीखे हैं।