ग्रुप ए में भारत, पाकिस्तान और हांगकांग-
भारत को पाकिस्तान और हांगकांग के साथ ग्रुप-ए में रखा गया है। पाकिस्तान से पहले भारत को मंगलवार को हांगकांग का सामना करना है। भारत एशिया कप में अब तक सर्वाधिक खिताब जीतने वाला देश है। उसने टूर्नामेंट के 13 संस्करणों में से छह बार खिताब अपने नाम किया है। हालांकि इस बार टीम के लिए काम थोड़ा मुश्किल होगा क्योंकि वह अपने सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज कोहली के बिना टूर्नामेंट में उतर रही है।
स्पिनर साबित हो सकते हैं मैच विनर-
दुबई की पिच स्पिनरों के लिए मददगार साबित होती रही है, ऐसे में युजवेंद्र चहल और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव तुरुप का पत्ता साबित हो सकते हैं। वहीं टीम में वापसी कर रहे केदार जाधव भी परिस्थितियों के अनुसार दोनों स्पिनरों की मदद कर सकते हैं। पाकिस्तान दो बार, 2002 और 2012 में एशिया कप का खिताब अपने नाम कर चुका है।
पाकिस्तान टीम की बल्लेबाजी-
फखर जमान, बाबर आजम, इमाम उल हक, शोएब मलिक और सरफराज अहमद बल्लेबाजी में टीम को मजबूती देने के लिए तैयार हैं। गेंदबाजी में शादाब खान स्पिन विभाग में तो मोहम्मद आमिर, हसन अली और शाहीन अफरीदी तेज गेंदबाजी में टीम को गति देंगे। भारत और पाकिस्तान के ग्रुप में शामिल हांगकांग इससे पहले 2004 और 2008 में टूर्नामेंट में भाग ले चुका है। टीम को अपने बल्लेबाज अंशुमन रथ से काफी उम्मीदें होंगी जिन्होंने 16 वनडे मैचों में 52.57 के औसत से रन बनाए हैं।
ग्रुप बी में श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान-
ग्रुप-बी में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका की टीमें हैं। पहले मैच में बांग्लादेश का सामना श्रीलंका से होना है। दोनों टीमें अपने मुख्य खिलाड़ियों की चोटों से जूझ रही हैं। बांग्लादेश के तीन खिलाड़ी तमीम इकबाल, नजमुल हुसैन और शाकिब अल हसन चोटिल है। श्रीलंका में दानुष्का गुणाथिलका और दिनेश चांडीमल टीम से बाहर हैं। हालांकि तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा की वापसी हुई है।
राशिद खान पर भी होगी निगाहें-
ग्रुप-बी में श्रीलंका और बांग्लादेश के अलावा अफगानिस्तान तीसरी टीम है। अफगानिस्तान और बांग्लादेश पिछली बार 2014 के एशिया कप में आमने सामने हुए थे और तब अफगानिस्तान ने बांग्लादेश को हराकर टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत दर्ज की थी। अफगानिस्तान की गेंदबाजी ग्रुप में बाकी टीमों के लिए चुनौती हो सकती है। अफगानिस्तान में सभी की नजरें राशिद खान पर होंगी। राशिद ने बीते दो वर्षों में अपनी जादुई स्पिन से विश्व के दिग्गज बल्लेबाजों को परेशान किया है।