रायडू को भारी पड़ी मनमानी-
अंबाती रायडू के शामिल किए जाने की वजह उनका खुद का मनमाना रवैया है। दरअसल बीसीसीआई के दिशानिर्देशों के मुताबिक घरेलू टूर्नामेंट में भी उन्हीं खिलाड़ियों को जगह दी जाएगी, जिन्होंने फिटनेस टेस्ट पास कर लिया हो। इसके लिए बोर्ड ने बकायदा एक निश्चित डेट लाइन भी तय की थी। लेकिन रायडू इस डेट लाइन तक अपना फिटनेस टेस्ट नहीं दे सके। लिहाजा बीसीसीआई ने सोमवार को घोषित 6 टीमों में से किसी में भी रायडू को जगह नहीं दी।
15 जून को दिया था टेस्ट-
आपको बता दें कि इंग्लैंड और भारत के बीच हुए तीन वनडे मैचों की सीरीज में चयनित किए गए रायडू ने 15 जून को यो-यो टेस्ट दिया था। लेकिन वो इसमें पास नहीं हो सके। इसके बाद रायडू ने दोबारा टेस्ट देने के लिए छह हफ्तों का समय मांगा था। लेकिन इन छह हफ्तों के बीच रायडू टेस्ट देने के लिए बेंगलोर स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी नहीं पहुंचे।
आईपीएल में किया था दमदार प्रदर्शन-
आंध्र प्रदेश के 32 वर्षीय अंबाती रायडू ने इस साल हुए आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे। रायडू ने आईपीएल-11 के दौरान 43 की औसत और 150 के स्ट्राइक रेट से 602 रन बनाए। उनके इसी प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उन्हें वनडे टीम में वापसी का मौका दिया था।