इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स के ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने बल्ले और गेंद दोनों से ज़ोरदर प्रदर्शन किया। अक्षर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 43 गेंद पर चार सिक्स और पांच चौके की मदद से 66 रनों की पारी खेली। उसके बाद 28 रन देकर एक विकेट भी झटका। इस बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच नहीं चुना गया। मैच के बाद अक्षर ने जियोसिनेमा के मैच सेंटर लाइव पर बात करते हुए ‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम को लेकर नाराजगी व्यक्त की।
अक्षर पटेल ने कहा, ”मुझे पहले से नहीं पता था कि मैं नंबर-3 पर बल्लेबाजी करूंगा। जब हमारी बल्लेबाजी आई, तो उन्होंने मुझसे कहा कि वे सोच रहे थे कि मुझे नंबर-3 पर जाना चाहिए क्योंकि तीन स्पिनर खेल रहे थे। पहले, उन्होंने ऋषभ पंत से पूछा और फिर हमने चर्चा की, और मैंने कहा कि मैं जाऊंगा। ऋषभ भी जाना चाहता था, लेकिन फिर मैंने उससे कहा कि वे बाद में भी स्पिनरों का उपयोग करेंगे, और उसे नंबर-4 पर जाना चाहिए क्योंकि वह बीच के ओवरों को संभाल सकता है।”
अपनी गेंदबाजी पर अक्षर पटेल ने कहा, ”मैं कुछ नया नहीं कर रहा हूँ। मैं केवल गति में विविधता ला रहा हूँ। मैं पहले अपनी धीमी गेंद को लेकर आश्वस्त नहीं था, लेकिन मुझे वह आत्मविश्वास मिल गया है, चाहे बल्लेबाज दाएं या बाएं हाथ का हो। गति में विविधता अब बहुत बड़ा अंतर पैदा कर रही है। हम जो उच्च स्कोर वाले मैच देख रहे हैं, उसमें सही रवैया रखना महत्वपूर्ण है। आप यह सोचकर नहीं जा सकते कि आप रन बना लेंगे, इसलिए जब भी मैं जाता हूँ, मैं आक्रामक मानसिकता के साथ जाता हूँ। अगर वह मेरी अच्छी गेंदों पर मुझे हिट करता है, तो मैं इसके साथ बना रहूँगा।”
पटेल ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर भी अपने विचार साझा किए और कहा, ”एक ऑलराउंडर के रूप में, मुझे लगता है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम के साथ एक ऑलराउंडर की भूमिका खतरे में है। हर टीम इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में या तो शुद्ध बल्लेबाज या शुद्ध गेंदबाज के साथ खेलना चाहती है, और ऑलराउंडरों का उपयोग नहीं किया जा रहा है। इम्पैक्ट प्लेयर के साथ, हर टीम यह सोचकर मैच में उतरती है कि उनके पास छह बल्लेबाज या गेंदबाज हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे बल्लेबाजी कर रहे हैं या गेंदबाजी कर रहे हैं। इससे कभी-कभी बहुत भ्रम भी पैदा होता है।”