उक्त रेलवे फाटक से प्रतिदिन जयपुर, अलवर, पिलानी, बहल, भिवानी से आने वाली व वापस जाने वाली सैंकड़ों निजी एवं सरकारी बसें गुजरती हैं। वहीं इस ट्रेक पर ५२ सवारी रेलगाडिय़ां तथा दो दर्जन से भी अधिक मालगाडिय़ां रोजाना इ गुजरती है। जिस कारण अंधिकांश फाटक बंद रहने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ओवरब्रिज निर्माण कार्य प्रारंभ होने से पूर्व फाटक बंद होकर खुलने पर वाहन आराम से दोनों तरफा आवागमन कर लेते थे। लेकिन वर्तमान में ब्रिज निर्माण के कारण सड़कों को बीचोंबीच बीस फीट की चौड़ाई में खोद देने से दोनों तरफ आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। फाटक बंद होने पर वाहन दोनों तरफ खड़े हो जाते हैं। सड़क को बीच में से खोद देने से वाहन रेंग-रेंग कर चलते हैं। ये खुदी हुई सड़क दुर्घटना को भी न्यौता दे रही है।
विनोद कुमार शर्मा, अधिशासी अभियंता, हाइवे निर्माण, सादुलपुर