ये देखो, चल वैजयंती शील्ड पर बीकानेर का कब्जा
चुरूPublished: Feb 11, 2019 04:58:48 pm
अखण्ड भारती विद्यार्थी परिषद इकाई रतनगढ़ की ओर से स्वामी विवेकानन्द जयन्ती के उपलक्ष में सेठ रामगोपाल गिरधारीलाल सराफ समृति २३ वीं अन्तरमहाविद्यालय वाद विवाद प्रतियोगिता रविवार को स्थानीय नागरमल बाजोरिया रामावि में आयोजित की गई।
ये देखो, चल वैजयंती शील्ड पर बीकानेर का कब्जा
रतनगढ. अखण्ड भारती विद्यार्थी परिषद इकाई रतनगढ़ की ओर से स्वामी विवेकानन्द जयन्ती के उपलक्ष में सेठ रामगोपाल गिरधारीलाल सराफ समृति २३ वीं अन्तरमहाविद्यालय वाद विवाद प्रतियोगिता रविवार को स्थानीय नागरमल बाजोरिया रामावि में आयोजित की गई। मुख्य अतिथि राजकीय बांगड़ महाविद्यालय डीडवाना के प्राचार्य चन्द्रप्रकाश गौड़ ने कहा कि युवा पीढ़ी सोशल साइट पर ज्यादा समय व्यतीत कर दिग्भ्रमित हो रही है जो कि चिंताजनक है। अध्यक्षता शिक्षाविद् रामगोपाल इन्दौरिया ने की। मुख्य वक्ता राजकीय महाविद्यालय रतनगढ़ के छात्र संघ अध्यक्ष प्रभुदयाल महर्षि ने कहा कि अखण्ड भारती विद्यार्थी परिषद छात्र हितों के लिए संघर्ष करने वाला संगठन है। विशिष्ट अतिथि कन्या महाविद्यालय रतनगढ़ की छात्रा संघ अध्यक्ष अनिता ऐचरा ने कहा कि संगठन की ओर से लगातार २३ सालों से राज्यस्तरीय वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है जो प्रेरणादायक है। संयोजक चन्द्रप्रकाश दर्जी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में चल वैजयंती का खिताब राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर ने जीता तथा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान का ३१ सौ रुपए का व्यक्तिगत पुरस्कार राजकीय कन्या महाविद्यालय की पल्लवी चारण, द्वितीय २१०० रुपए राजकीय डूंगर कॉलेज के रामनिवास व तृतीय पुरस्कार ११ सौ रुपए भवानीसिंह राठौड़ ने जीते। प्रतियोगिता में ११ टीमों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों को प्रतीक चिह्न व प्रशस्ति पत्र दिए गए। निर्णायक मण्डल में रामावतार शर्मा, पुष्प वर्मा व दीपक माटोलिया थे। संचालन गौतम शर्मा ने किया। इस मौके पर विनोद मेहता, गोपाल महर्षि, रामकिशन माटोलिया, महेन्द्रसिंह गोलसर, नागेश महर्षि, किशन स्वामी, अजय रजवानिया, नरेन्द्र भार्गव, पुनीत शर्मा, अरविन्द मिश्रा, मंजू न्यौल, मनीषा जांगिड़, राधा शर्मा, अंजन शर्मा, कुसुम प्रजापत, विशाल रांकावत, मोहित जांगिड़, कार्तिकेय पारीक, हरि गहलोत, ओम महर्षि, अरूण पंचलंगिया, कृष्णकान्त लाटा, महेश सारस्वत सहित कई लोग उपस्थित थे।