लोगों ने कहा कि कांग्रेस-भाजपा की सरकारों ने दो वर्षपहले मीठा पानी देने का वादा किया था। मगर शहरी व ग्रामीण जनता आज भी मीठे पानी को तरस रही है। लोग बोले, मीठा नहीं तो खारा पानी दो। मगर वो तो समय पर और पर्याप्त दो। लोगों ने इसके लिए आपणी योजना के अधिकारियों व कंपनी को जिम्मेदार बताया। आमजन ने पेयजलापूर्ति के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने की आवश्यकता जताई। शिक्षा के क्षेत्र में पिछडऩे की चर्चा करते युवाओं ने सरकारी गल्र्स कॉलेज की कमी बताई। ज्यादातर लोगों ने आपणी योजना व सीवरेज के नाम पर शहर की हर गली में तोड़ी गई सड़कों की तरफ ध्यानाकर्षित करवाया। कहा कि छह से आठ माह पहले तोड़ी गई सड़कें आज तक सही नहीं की गई है। मगर जन प्रतिनिधियों को इनसे कोई लेना देना नहीं है। किसान रामनारायण रूलाणियां ने सरकारी अस्पताल की दुर्दशा बयां करते हुए कहा कि यह रेफरल अस्पताल बन चुका है। क्योंकि पीएमओ अस्पतालों की तुलना में यहां एक चौथाई ही डाक्टरों व स्टाफ के पद स्वीकृत हैं। ओमप्रकाश तूनवाल ने कहा कि सत्ता में आने के बाद विधायक समस्याओं के समाधान के लिए काम नहीं करते।
स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष अरविंद सोनी ने तीसरे मोर्चे के सवाल पर कहा कि उनमें भी नयापन नहीं है। क्योंकि वे भी इन्ही में से निकले हुए हैं। तपन जैन ने कहा कि कांग्रेस-भाजपा दोनों एक जैसी ही है। इसलिए मैंने 10 वर्ष पहले नोटा का बटन दबाया। विनोद खटीक ने कहा पुलिस मनमानी करती है पीडि़तों की सुनवाई नहीं होती है। मालकसर गांव निवासी हनुमान स्वामी ने विधायक की ओर से करवाए गए काम गिनाए तभी अन्य लोगों ने इसे झूठा बताते विरोध किया। युवा पवन नाहटा ने एक कविता सुनाते हुए प्रशासनिक सिस्टम व नेताओं की चुप्पी पर चोट की। सुरेंद्र भार्गव ने कहा कि तीसरा विकल्प प्रदेश में मजबूत नहीं है। इसलिए मुख्य दोनों दल बारी-बारी से सत्ता में आ रहे हैं। गांव ठरड़ा के विक्रमसिंह ने कहा कि हम जब भी विधायक से फरियाद करते है तब वे कहते हैं कि मेरी स्थानीय अफसर मानते नहीं है। विक्रमसिंह ने ऐसे तीन अधिकारियों के उदाहरण बताए। नूर मोहम्मद ने कहा कि क्षेत्र में एक भी विकास का बड़ा ऐसा काम नहीं हुआ जो गिनाया जा सके। जितेंद्रकुमार, राहुल व गोविन्द जांगिड़ ने कहा कि एक चौथाई आबादी उत्तर दिशा में बसी है। जिनके आवागमन के लिए 6 रेलवे फाटक बने हैं। लेकिन प्रतिदिन यह फाटक 35-40 बार बंद होने से हजारों लोग परेशान होते है।
रेवंत कुमार नाई, महेश पारीक, प्रवीण गोदारा ने कहा कि आवारा पशुओं की समस्या से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। न तो ग्राम पंचायतें और न ही नगरपरिषद इनका समाधान करती है। जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष मधु बागरेचा ने समुचित रोशनी व्यवस्था का अभाव बताया। बाड़ा गांव निवासी पेमाराम तेतरवाल ने दुबारा गिरदावरी की मांग की। सुनील नाई व गोपाल टाक ने लुहारागाड़ा में हाई मास्ट लाइट लगाने व कचरे की ढ़ेरी को हटाने की बात कही।
कार्यक्रम में परमानंद, मोहम्मद हीरा, गोविंद जांगिड़, सुनीलकुमार जाखड़, देवा राम सैनी, नरेंद्र बेनीवाल, मुरारी लाल, भागीरथ माली, हरिसिंह, बाबू लाल गुर्जर, प्रकाश भार्गव, जगदीश, दिनेश तंवर, गिरधारी पंवार, प्रकाश शर्मा, बालकृष्ण माली, ओमसिंह राजपूत, बंशीलाल माली, किशोर सेन, मोहम्मद बिलाल, मनोज बाफना, विद्याप्रकाश बागरेचा, रिद्धकरण, मनोजसिंह चंपावत, कन्हैया लाल नाई, शाकिर खान बेसवा, शेरसिंह भाटी, लियाकत अली, रेखा राखेचा ने भी जन समस्याओं की जानकारी दी। फेक न्यूज को लेकर पत्रिका ने आह्वान किया कि वाट्सएप-फेसबुक पर चलने वाली फेकन्यूज समाज में वैमन्सयता बढ़ाती है। इसलिए इन पर आने वाली न्यूजों को पहले जांचे-परखें। उसके बाद ही आगे भेजें। ताकि आमजन भ्रमित ना हो। मरुदेश संस्थान के अध्यक्ष डा. घनश्यामनाथ कच्छावा ने पत्रिका टीम का स्वागत किया। पत्रिका की ओर से मधुसूदन शर्मा व चुनाव आयोग की ओर से स्वीप टीम के भू अभिलेख निरीक्षक शिवकुमार सूंठवाल ने निष्पक्ष व अधिक मतदान की शपथ दिलाई।