लाडऩूं पुलिस के अनुसार रताऊ निवासी भंवर लाल साटिया ने रिपोर्ट में बताया कि 16 मई को अपने भाई घमण्डाराम व उसकी पत्नी मैना की शादी की सालगिरह मनाने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान रताऊ के राजू राम बिडियासर, सुरेश जाट, संग्रामाराम, दलाराम, अर्जुनराम बिडियासर, रामनिवास, मितेश बिडियासर, निर्मल बिडियासर, धारणा का मुकेश जाट आदि उसके घर पर आए। उन्होंने उनके साथ गाली गलौच की। धक्का-मुक्की करने लगे। इस पर परिजनों व अन्य ने बीच-बचाव कर छुड़ा दिया।
इसके बाद दोपहर करीब एक बजे घमण्डाराम व उसकी पत्नी मैना को बग्घी में बैठाकर गांव के मार्गों से गुजर रहे थे। तब आरोपित फिर वहां पहुंच गए। आरोपितों ने घमण्डाराम व उसकी पत्नी मैना को बग्घी से नीचे उतार दिया। घमण्डाराम का साफा फेंक दिया। आरोपित इसके बाद लाठियों व लात मुक्कों से मारपीट करने लगे।
घटना में केशाराम व भंवराराम के चोटें आई। घमण्डाराम के बेटे की बहू के कपड़े फाड़ दिए। गले से सोने की चेन छीन ली। साथ ही शादी की सालगिरह मनाने पर गांव में नहीं रहने देने व सार्वजनिक नल से पानी नहीं भरने की धमकी दी।
मामला दर्ज होने के बाद थानाधिकारी सत्येन्द्रपाल सिंह नेगी मौके पर पहुंचे। इस दौरान गांव के बुद्धाराम की ओर से उत्पात मचाने पर उसे पुलिस ने धारा 151 में गिरफ्तार कर लिया।
ग्रामीणों ने दिया ज्ञापन
वहीं इस मामले को लेकर गांव रताऊ के लोगों ने भी उपखण्ड अधिकारी के रीडर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि रताऊ के केशाराम, घमण्डाराम, भंवरा राम, प्रेमाराम, पप्पू, प्रेम, मैना देवी, पतासी, मैथी सहित अन्य साटिया गांव की सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। इस पर ये लोग अवैध व्यवसाय करते हैं। गत 15 दिनों से लगातार सरकारी भूमि पर टेंट लगाकर व शराब पीकर गांव में उत्पात मचा रहे हैं।
वहीं गांव में से बकरों व गायों की चोरी कर अपने मकानों तथा टेंट में इन पशुओं की हत्याएं कर उनका मांस पका रहे हैं। इसके अलावा ये गोमांस की सप्लाई भी कर रहे हैं। इसको लेकर ग्रामीणों ने 16 मई की रात को इनको समझाइस की।
इस पर वे कुल्हाड़ी, लाठियां व अन्य धारदार हथियार लेकर ग्रामीणों को जान से मारने की नियत से हमला कर दिया। इससे राजूराम व अन्य ग्रामीणों के चोटें आई है। ग्रामीणों ने बीचबचाव कर इनको छुड़वाया।
ग्रामीणों ने बताया कि इनके अवैध कृत्य के कारण गांव में शांति व्यवस्था व जीवनशैली पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इनको सरकारी भूमि से बेदखल करने व अवैध कृत्य करने से रोकने व इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। इस संबंध में ग्रामीणों ने थानाधिकारी को भी लिखित में रिपोर्ट दी है।
थाने में हो हल्ला करने पर पुलिस ने खदेड़ा
मामले को लेकर पुलिस थाने में काफी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। ग्रामीणों ने 151 में बंद किए गए बुद्धाराम को छोडऩे की मांग की। हो हल्ला करने पर पुलिस ने इनको लाठिया फटकारते हुए थाने से खदेड़ दिया। थाने के बाहर ग्रामीणों ने इसके विरोध में आक्रोश जताया।